Tips to maintain hormonal balance in teenage girls: महिलाओं में हार्मोनल इंबैलेंस होना एक आम समस्या है। जो किसी भी उम्र की महिलाओं को प्रभावित कर सकता है, टीनएजर्स उम्र की लड़कियों को भी। इस दौरान हर लड़की प्यूबर्टी से गुजरती है और इसी दौरान लड़कियों में हार्मोनल इंबैलेंस होना शुरू हो जाता है, लेकिन टीनएज में लड़कियों को हार्मोन के बारे में उतनी जानकारी नहीं होती। जिस कारण वो हार्मोनल इंबैलेंस को समझ नहीं पाती। ऐसे में हर मां को पता होनी चाहिए कि हार्मोनल इंबैलेंस शरीर के स्वास्थ्य की ओर क्या इशारा करते हैं। तभी जाकर टीनएज उम्र की लड़कियां भी इसके लक्षण को समझ पाएंगी और उसी अनुसार हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने के लिए उपाय करेंगी।
टीनएज उम्र की लड़कियों में हार्मोनल संतुलन बनाए रखने के टिप्स
1. एक्सरसाइज करें
हार्मोनल इंबैलेंस को सही रखने में एक्सरसाइज मदद कर सकता है, इसलिए रोजाना नियमित तौर पर एक्सरसाइज करें। या आप शारीरिक गतिविधियों में भी भाग ले सकती हैं। जिससे आपके हार्मोनल स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, क्योंकि यह हॉर्मोन रिसेप्टर सेंसिटिविटी को बढ़ाता है।
2. पर्याप्त नींद लें
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त नींद लेना भी आवश्यक है, लेकिन आमतौर पर टीनएज उम्र में बच्चे देर से सोते हैं। जिसकी वजह से उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती, जो हार्मोन को बिगड़ने का काम करता है इसलिए ज़रूरी है कि रोजाना नियमित और पर 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें। ताकि हार्मोन को संतुलित रखने में मदद मिल पाएगा।
3. वजन मैनेज करें
ज्यादातर हार्मोनल बिगड़ाव से वजन बढ़ जाता है, जो शरीर में कई बीमारी के जोखिम को बढ़ाता हैं। खासतौर पर मोटापा महिलाओं में ओव्यूलेशन से संबंधित होता है, इसलिए टीनएज उम्र में अपने वेट को मैनेज करें। इसके लिए आप सीमित कैलोरी पदार्थ लें, ताकि हार्मोन संतुलित बना रहें।
4. प्रोटीन लें
प्रोटीन शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचता हैं, क्योंकि यह अमीनो एसिड प्रदान करते हैं। जिससे टीनएज उम्र में पर्याप्त मात्रा में लेना बेहद आवश्यक है। वहीं, यह पेप्टाइड हार्मोन बनाने के लिए जरूरी भी होते हैं। जिसका सेवन करने से हार्मोन संतुलित होने के साथ-साथ ग्रोथ, एनर्जी, भूख व मेटाबॉलिज्म सही बना रहता है।
5. कम चीनी का सेवन
चीनी का सेवन कम करने से हार्मोन को संतुलित बनाए रखने में मदद मिलती है, क्योंकि अधिक चीनी सेवन से इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ावा मिलता है। जो माइक्रोबायोम को असंतुलित कर देता है। जिस कारण हार्मोन भी असंतुलित हो जाता है।
6. तनाव कम लें
हार्मोन को संतुलित करने के लिए किसी भी प्रकार के तनाव को लेने से बचना चाहिए, क्योंकि यह कई तरह से हमारे शरीर के हार्मोंस को नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए इस दौरान स्ट्रेस को मैनेज करें।