Personal Hygiene: पर्सनल हाइजीन मेन्टेन करना आपकी लाइफ का एक इम्पोर्टेन्ट पार्ट होना चाहिए। कई बार हर रोज़ न नहाने से, ब्रश न करने से या गंदे नाख़ून रखने से आपको कई तरह के इन्फेक्शन हो जाते हैं। आप जितनी सफाई में रहेंगे, बीमारिया आपसे उतनी ही दूर रहेगी। इसलिए हर रोज़ इन बातों का ध्यान रख के अपनी पर्सनल हाइजीन मेंटेन करे।
अगर बीमारियों से रहना चाहते हो दूर तो इन 5 बातों का रखे ध्यान :
1. बार- बार हैंडवॉश करे
आपको एक लाइन हर जगह सुनने को मिलेगी और वो वाक्य है "बार-बार हाथ धोये "। किसी भी तरह के बैक्टीरिया से बचने के लिए थोड़ी देर में हाथ धोना बेहद आवश्यक है। आप हाथ साबुन या हैंडवॉश किसी भी चीज़ से धो सकते हैं।
2.केमिकल प्रोडक्ट्स का यूज न करें (Don't Use Chemical Products)
हाइजीन के लिए ज्यादा सोप और केमिकल प्रोडक्ट्स यूज न करें। इनसे आप के वजाइना में इन्फेक्शन और जलन महसूस हो सकती है। इससे अच्छा आप वजाइना की सफाई के लिए हल्के गरम पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
3.पीरियड्स में हाइजीन मेंटेन रखें (Maintain Periods Hygiene)
हर महीने महिलाओं को पीरियड की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। अक्सर पीरियड के समय इतनी परेशानी झेलनी पड़ती है कि अपना हाइजीन मेंटेन करना भूल जाते हैं लेकिन यह भी जरूरी है, पीरियड्स में सेनेटरी नैपकिन लगाने के पहले अपनी प्राइवेट पार्ट को अच्छे से धो लें। साथ ही किसी भी सेनेटरी नैपकिन का इस्तेमाल 4 घंटे से ज्यादा ना करें। इसके अलावा पीरियड के समय खासकर नहाना जरूरी है।
4.वजाइना में संक्रमण के संकेतों को नज़रअंदाज़ न करें (Vaginal Infection)
अंत में, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वजाइना संक्रमण के किसी भी संकेत और लक्षण को अनदेखा न करें।
चाहे आपको बदबूदार गंध हो या अत्यधिक वजाइना स्राव या रंगीन वजाइना स्राव हो, तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। इसके अलावा, वजाइना में खुजली या वजाइना क्षेत्र में दर्द को नजरअंदाज न करें ।
5.अच्छी डेंटल हाइजीन बनाए रखें (Maintain Oral Hygiene)
आपकी डेंटल हाइजीन आपको आत्मविश्वास और खुश मुस्कान की गारंटी दे सकती है, इसलिए अपने दांतों को रोजाना 3-5 मिनट के लिए दो बार ब्रश करें। यह एक बार सुबह और एक बार सोने से पहले होना चाहिए विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों के सेवन से हमारे दांतों में कीटाणु और बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। इसलिए, अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखना आपके दांतों और मसूड़ों की सुरक्षा करता है और उन्हें विभिन्न दंत संक्रमणों से भी बचाता है।