क्या आपको वजाइना, वल्वा और क्लिटोरिस के बीच फर्क पता है?

author-image
Swati Bundela
New Update
वजाइना शरीर का एक ऐसा हिस्सा है जिस पर कई लोग बात करने से हिचकते हैं जबकी यह हमारे शरीर का इतना महत्वपूर्ण हिस्सा है। ज्यादातर महिलाएं इस विषय से शर्माती हैं या शर्मिंदा हो जाती हैं, लेकिन इसमें शर्मिंदा होने की कोई बात नहीं है। और शर्म की वजह से हम अपनी बॉडी के इतने महत्वपूर्ण पार्ट को अच्छी तरह जान नहीं पाते। 

Advertisment
कितनी ही महिलाएँ और पुरुष वजाइना, वल्वा (Vulva) और क्लिटोरिस (Clitoris) में फर्क नहीं जान पाते और इसे एक ही पार्ट समझ बैठते हैं। तो आइए जानते हैं की यह तीनों एक-दूसरे से कितने अलग हैं और इनका हमारी बॉडी में क्या महत्व हैं।

वजाइना क्या होती है?


वजाइना हमारे शरीर के अंदर की एक मस्कुलर कैनाल है, जो (Uterus) से जुड़ी होती है। जो हिस्सा बाहर की तरफ होता है जो आपके कपड़ों को छूता है वह vulva है। आपकी वजाइना के बाहरी सारे अंग प्युबिक हेयर से घिरे होते हैं जो एक मैकेनिकल बैरियर के तौर पर और वजाइना की सेंसिटिव स्किन की सुरक्षा के लिए काम करते है। सेक्स के दौरान पेनिस का penetration भी वजाइना में होता है, ना की वल्वा में।

Advertisment
कई लोग मानते हैं कि उन्हें अपने वजाइना के स्मेल को बदलने के लिए प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने की जरुरत है, लेकिन इन सबकी जरूरत नहीं होती है। यह एक सेल्फ-क्लीनिंग अंग है जो एक लिमिट में अपनी सफाई खुद करती है।

हमारी वजाइना में “गुड” बैक्टीरिया पाया जाता है , जो इसे स्वस्थ रखने में मदद करता है। ये बैक्टीरिया वजाइनल इको-सिस्टम को हेल्थी रखने के लिए एक साथ काम करते हैं और साथ ही वजाइना के Ph बैलेंस को भी नियंत्रित रखते हैं।

वल्वा (Vulva) किसे कहते हैं?


फीमेल सेक्सुअल पार्ट के दो हिस्‍से होते हैं, जिसमें बाहरी हिस्‍सा वल्वा(vulva) और भीतरी हिस्‍सा वजाइना होती है। वल्वा देखने में होंठ जैसा होता है। बाहरी होंठ या बड़े होंठ को लेबिया मेजोरा कहते हैं और भीतरी होंठ यानि छोटे होंठ को लेबिया माइनोरा कहते हैं।

Advertisment
वल्वा, यानी की वजाइना के बाहरी और भीतरी लैबिया, बैक्टीरिया, वायरस या कुछ और हानिकारक चीज़ को अंदर आने से रोकने में मदद करते हैं। जब आप सेक्स के लिए उत्तेजित होती हैं तो यह लैबिया गीलापन पैदा करते हैं ताकि आपकी वजाइना में नमी आ जाए। 

हालांकि वे सभी बैक्टीरिया को तो दूर नहीं रख सकते, इसलिए सुरक्षित सेक्स संबंध रखना और कंडोम का इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है।

क्लिटोरिस (Clitoris) क्या होता है?


क्लिटोरिस का सिर भीतरी लैबिया के ऊपर होता है यानी जहां दोनों लैबिया मिलते हैं। यह लगभग तीन से आठ मिलीमीटर तक के एक छोटे गांठ के जैसा होता है। इसकी बनावट पुरूषों के पेनिस की तरह होती है, जिसमें एक सिर होता है जो छूते ही बहुत उत्तेजित (stimulate) हो जाता है।

Advertisment
क्लिटोरिस सबसे ज़्यादा सेक्स और मास्टरबेशन के वक़्त pleasure देने वाला पार्ट है क्योंकि असल में यह बस इसी लिए होता है। इसकी नोक आपके शरीर के बाहर होती है, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा अंदर की तरफ छिपा हुआ होता है।

क्लिटोरिस एक मटर के जितना बड़ा होता है, लेकिन यह मटर से भी छोटा हो सकता है और इसकी नोक थोड़ी ढकी हो सकती है। एक महिला के क्लिटोरिस का रंग उसकी त्वचा के रंग पर निर्भर करता है। यह गुलाबी, गहरा लाल, या भूरा हो सकता है।

क्लिटोरिस बेहद सेंसिटिव होता है।


हमारे क्लिटोरिस में 8,000 से भी ज़यादा nerve endings होते हैं जिससे यह बॉडी का सबसे ज्यादा संवेदनशील हिस्सा होता है। 

Advertisment
अगर क्लिटोरिस को रगड़ा जाए, झटका दिया जाए या  तो यह थोड़ा बड़ा हो जाता है और इससे काफी अच्छा pleasurable महसूस होता है। इसके ज़्यादा देर तक छुए जाने पर आप ऑर्गसम तक भी पहुंच सकती हैं।

और पढ़ें: क्या मेरी वजाइना से डिस्चार्ज का होना नॉर्मल है?
सेहत वजाइना vagina Clitoris Vulva वल्वा