Asexuality: आज भी हमें लोगों में सेक्सुअलिटी कितने प्रकार की होती है इस बारे में पूरी जानकारी या जागरूकता नहीं है। क्या आप जानते हैं कि एसेक्सुअलिटी महसूस करने वाले भी कई लोग हैं? क्या आप जानते हैं कि यह एसेक्सुअलिटी क्या होती है? आइए जानते हैं एसेक्सुअलिटी या फिर एसेक्सुअल लोगों के बारे में।
what is asexuality: क्या होता है एसेक्सुअल होना?
अगर कोई व्यक्ति एसेक्सुअल है तो उसे दूसरों के प्रति इंटिमेट होने का अनुभव नहीं होता है। एसेक्सुअल लोग दूसरे इंसान के प्रति किसी भी प्रकार की सेक्सुअल अट्रैक्शन का अनुभव नहीं करते हैं। ऐसे लोग किसी के साथ रिलेशनशिप में नहीं रहना चाहते हैं और ना ही रोमांटिक रिलेशनशिप की चाहत करते हैं। लेकिन इनके लिए इंटिमेट होने का मतलब कुछ अलग होता है। जैसे कि हाथ पकड़ लेना, गले लगना, किसी के साथ बैठकर घंटों बातें करना या फिर किसी से दोस्ती की चाह रखना।
क्या एसेक्सुअल लोग भी इंटिमेट होना चाहते हैं?
एसेक्सुअल लोगों के लिए इंटिमेट होने का मतलब सेक्सुअल लोगों के कंपैरिजन में अलग होता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि इन लोगों को इंटिमेट होने का बिल्कुल भी मन नहीं होता है। इनके लिए इंटिमेट होने के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों में जैसे कि वह किसी के छुअन को महसूस करना चाहते हैं, उन्हें टच करना चाहते हैं, उनके गले लगना चाहते हैं। अगर किसी पार्टनर से वह अट्रैक्ट हुए हैं तो वह अपने पार्टनर को खुश करने के लिए भी इंटिमेट हो सकते हैं। ऐसे लोग अपने लिबिडो को संतुष्ट करने के लिए भी इंटिमेट हो सकते हैं साथ ही अगर उन्हें बच्चे की इच्छा है तो भी वह इंटिमेट हो सकते हैं। मुख्य रूप से यह लोगों की पसंद पर निर्भर करता है कि वह इंटिमेट होना चाहते हैं या नहीं।
क्या एसेक्सुअलिटी कोई बीमारी है?
जिस प्रकार सेक्सुअल लोगों का इंटिमेट होना सामान्य यानी कि नॉर्मल माना जाता है उसी प्रकार एसेक्सुअल लोगों का इंटिमेट ना होने की चाह रखना या खुद को ही पसंद करना बिल्कुल नॉर्मल है। हमें यह समझने की जरूरत है कि सेक्सुअलिटी के कई प्रकार होते हैं या हो सकते हैं जिनके बारे में हमें जानकारी और जागरूकता नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है कि हम से अलग सेक्सुअलिटी महसूस करने वाले लोगों को किसी प्रकार की बीमारी है, वह भी पूरी तरीके से नॉर्मल है।