Freedom Fighters: British colonial rule से भारत को आजादी दिलाने का संघर्ष केवल पुरुषों द्वारा नहीं बल्कि कई महिलाओं ने भी इस आजादी के लिए अपनी कुर्बानी दी है। यह एक आंदोलन था जहा कई निडर महिलाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ब्रिटिश के खिलाफ इन महिनाओं ने निडर हो कर लड़ाई लड़ी और हमारे देश को ब्रिटिश के राज़ से आजादी दिलाई। वह बिना डरे इस आजादी के आंदोलन मे भाग ली।
जानें भारत की 5 महिला स्वतंत्र सेनानियों के बारे में
1. Rani Laxmi Bai
रानी लक्ष्मीबाई जिन्हे झांसी की रानी भी कहा जाता है। वह भारत के आजादी के इतिहास मे एक महत्वपूर्ण व्यक्ति रही। 1828 मे जन्मी, वह निडर और साहस से भरी थी जो british के खिलाफ आवाज उठाई। रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 के विद्रोह के दौरान अपनी सेना के साथ मिलकर अपने राज्य की बहादुरी से रक्षा की। उनका बलिदान भारत के हर पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।
2. Sarojini Naidu
सरोजिनी नायडू जिन्हे Nightingale of India के नाम से जाना जाता है। वह केवल कवयित्री ही नहीं बल्कि सावतंत्र आंदोलन मे ऐक्टिव भागीदारी भी थी। उनके भाषण और कविताएँ british rule के खिलाफ लोगों की सोच को बदलने मे काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ। Sarojini Naidu पहली महिला थी जो Indian National Congress की President बनी और साथ Women Rights की advocate भी थी।
3. Kamala Nehru
Kamala Nehru जवाहरलाल नेहरू की पत्नी थी जो एक dedicated freedom fighter रही जिन्होंने भारत के आजादी के संघर्ष मे काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कई आंदोलन मे भाग लिया और अपने पति का साथ दी।
4. Begum Hazrat Mahal
बेगम हज़रत, Queen of Awadh, 1857 के भारतीय विद्रोह के दौरान काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा। unhone British East India Company के खिलाफ विद्रोह किया आऊर अपने बेटे के सिंहासन के लिए बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
5. Aruna Asaf Ali
अरुणा आसफ अली जिन्हे "Grand Old Lady of the Independence Movement" के नाम से जाना जाता है। उन्होंने 1942 मे Quit India Movement मे भाग लिया और मुंबई के Gowalia Tank Maidan मे भारतीय झंडा फहराया जिस समय ऐसे करने को विद्रोह का कार्य माना जाता था।