Career Development: करियर डेवलपमेंट किसी की भी जिंदगी के लिए बहुत जरूरी होता हैै। करियर डेवलपमेंट के दौरान ऐसे बहुत से पक्ष होते हैं जिन्हें हम अनदेखा कर देते हैं। करियर डेवलपमेंट के दौरान एक प्लानिंग, एक स्ट्रैटजी के साथ चलना होता है।
हर कोई चाहता है कि उसके करियर में तरक्की हो, करियर को एक दिशा मिलती जाए और वो आगे बढ़ता जाए। इसके लिए हर कोई बहुत मेहनत करता है। करियर और करियर का विकास दोनों ही में बहुत फर्क है। करियर के बाद उसके विकास के प्रति अग्रसर रहना बहुत जरूरी है।
करियर डेवलपमेंट के दारान किन बातों का ख्याल रखें
करियर डेवलपमेंट बहुत ध्यान से करना होता है, आइए जानें :-
इंटरेस्ट रखता है महत्व
करियर डेवलपमेंट के दौरान सबसे पहले तो मायने रखता है कि आपका इंटरेस्ट क्या है। जॉब करना जरूरी है पर इंटरेस्ट भी जरूरी है। ऐसे में वही जॉब सही है जिसमें आपका इंटरेस्ट हो। करियर डेवलपमेंट के दौरान इस बात पर ध्यान दें कि जिस करियर में आप आगे बढ़ रहे हैं या बढ़ना चाहते हैं वो आपके इंटरेस्ट का है भी कि नहीं। इंटरेस्ट का न हो तो अपना प्रोफाइल बदल दें।
प्लानिंग बना कर चलें
करियर डेवलपमेंट के दौरान अपने इंटरेस्ट की प्रोफाइल से जुड़े लोगों से बात करें, उनसे संबंधित प्रोफाइल के बारे में जानें, कंपनीज पता करें। इस तरह ये तय करें कि आपको किस कंपनी में काम करना है और कितना डेवलपमेंट संभव है उस कंपनी में आपका। इसको ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ते जाएं।
स्किल्स को महत्व दें
प्रोफाइल चेंज के दौरान ये बहुत जरूरी है कि नए प्रोफाइल के योग्य जरूरी स्किल्स आपके पास हों। अगर आपको लगता है कि जिस प्रोफाइल के लिए आप आवेदन कर रहे हैं उससे संबंधित स्किल्स आपके पास नहीं हैं तो सबसे पहले उन्हें सीख लें, कोई कोर्स कर लें। कंपनी ऐसे में इंटर्न के रूप में भी आपको हॉयर कर सकती हैं। आप स्किल्स बढ़ाएं और आगे बढ़ते जाएं। ये जरूरी नहीं कि आपको स्किल्स सीखने में समय लगे, आप स्किल्स सीखने के बात प्रैक्टिकल भी साथ-साथ करते रहें।
इस तरह अपने डेवलपमेंट को लेकर आगे बढ़ते जाएं। करियर डेवलपमेंट के लिए आप अपने से बड़े विशेषज्ञों से भी बात कर सकते हैं या संबंधित क्षेत्र से जुड़े लोगों से। करियर डेवलपमेंट के दौरान नई कंपनी में जाने से पहले कंपनी के बारे में अच्छे से जानकारी हासिल कर लें तभी आवेदन करें।