Advertisment

Afternoon Nap? दोपहर में सोने के फायदे और नुकसान

author-image
Swati Bundela
New Update



Advertisment

Afternoon Nap: मानव शरीर के लिए जितना जरूरी पौष्टिक आहार होता है उतनी ही जरूरी 8-9 घंटे की नींद भी होती है। हमारा शरीर कुछ इस तरह काम करता है की उससे दिन के बीच में कुछ समय के लिए नींद और आराम की जरूरत होती है। आपने अक्सर नोटिस किया होगा जब एक बच्चा स्कूल से घर आता है तो मां उसे खाना खिलाकर सुला देती है।

इसके पीछे का कारण है जब बच्चा स्कूल से आता है तो वो थक गया होता है और थोड़ी सी नींद के बाद वो फ्रेश महसूस करता है जिससे उसे होमवर्क करने में आसानी होती है और चीजें जल्दी याद होती हैं लेकिन कुछ लोगों का मानना है की दोपहर की नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। इसलिए आज यहां बताए जा रहे हैं दोपहर में सोने के फायदे और नुकसान।

दोपहर की नींद के फायदे - 

Advertisment


1. थकान दूर करती है

दोपहर की नींद हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद साबित होती है। ज्यादातर लोगों का काम सुबह के समय शुरू होता है और शाम को खत्म होता है। इस दौरान आपके दिमाग, आंखों, कमर, गर्दन पर काफी दबाव पड़ता है। इसलिए जब आप दोपहर को कुछ देर की झपकी लेते हैं तो आपका दिमाग सारे स्ट्रेस और थकान से मुक्त हो जाता है और आपको नए विचार सोचने की तक्कत मिलती है। इसके साथ ही यह हमें आलस से बचाती है। आप लंच ब्रेक में कुछ समय के लिए ऑफिस में नैप ले सकते हैं। 

Advertisment

2. मूड अच्छा रहता है

दोपहर को सोने से आपका सारा स्ट्रेस, थकान दूर हो जाती है तो आपका मूड भी अच्छा रहता है। अक्सर जिन लोगों को काम का तनाव और स्ट्रेस रहता है जिसकी वजह से वो चिड़चिड़े रहते हैं। नींद की झपकी आपके शरीर की मसल्स को रिलैक्स होने का मौका देती है और आपके मूड को अच्छा बनाती है। दोपहर की नींद से हमारा माइंड और बॉडी फर्श रखती है, ऊर्जा प्रदान करती है। इसलिए दोपहर की नींद लेना फायदेमंद साबित होती है।

3. ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है

Advertisment

जिन लोगों को ब्लड प्रेशर की परेशानी रहती है उन्हे थोड़ी थोड़ी देर में रिलैक्स करना चाहिए और नींद लेते रहना चाहिए। दोपहर की नींद ब्लड प्रेशर को काफी कम कर सकती है। ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए दोपहर की नींद एक दवा की तरह काम करती है। ब्लड प्रेशर स्ट्रेस, शराब, नमक ज्यादा खाने, आदि की वजह से होता है। इसलिए ब्लड प्रेशर के रोगी को दोपहर में जरूरी सोना चाहिए क्योंकि यह मानसिक तनाव को कम करती है और शरीर में नमक के स्तर को कम करने में मदद करती है। 

दोपहर की नींद के नुकसान - 

कुछ लोगों का मानना है की दोपहर की नींद हमरे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है और हर व्यक्ति को दोपहर में कुछ समय के लिए सोना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का मानना है की दोपहर की नींद हमारी लिए हैं हानिकारक हो सकती है। 

Advertisment

1. रात को नींद नहीं आती 

दोपहर में सोने से लोगों को अक्सर रात को नींद नहीं आती। इसका कारण है नींद हमारे दिमाग को शांत और फ्रेश करने के लिए होती है और जब हम दोपहर को नींद पूरी कर लेते हैं तब रात को नींद देर से अति हैं। रात की नींद सबसे जरूरी होती है। रात को नींद के देर से आने की वजह से सुबह के समय व्यक्ति चिड़चिड़ा और गुस्से में रहता है, काम में ध्यान नहीं लगा पता क्योंकि उसे नींद लगी रहती है। 

2. आलस 

जब एक व्यक्ति कुछ देर के लिए दोपहर में सोता है तो फिर उसका उठना मुश्किल हो जाता है। वही जब उसे दूसरा व्यक्ति जबरदस्ती उठता है तो वो चिड़चिड़ा हो जाता है, और उसका दिमाग सही से नींद से बाहर नहीं आ पता जिसकी वजह से वो काम में ध्यान नहीं लगा पता और हर चीज को टालने की कोशिश करता रहता है।



सेहत
Advertisment