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ब्रैस्ट कैंसर क्या है ?
ब्रैस्ट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो ब्रैस्ट में होता है। कैंसर तब होता है जब हमारे शरीर की कोशिकाएं यानी cells कंट्रोल से बहार होने लगती है। अधिकतर मामलों में, ब्रैस्ट कैंसर में cells एक ट्यूमर बनाती हैं जिसे रोगी एक गांठ के रूप में महसूस कर सकता है। इसके अलावा इस ट्यूमर को एक्स-रे के ज़रिये देखा जा सकता है।
ब्रैस्ट एग्जामिनेशन क्यों ज़रूरी है ?
हम आपको ब्रैस्ट एग्जामिनेशन के लिए इसलिए बोल रहे है क्योंकि 10 में से 8 औरतें ब्रैस्ट कैंसर का शिकार होती है। उनके ब्रैस्ट में गांठ पायी जाती है। ये बहुत बड़ा नंबर है जो बताता है कि ब्रैस्ट कैंसर कितनी बड़ी समस्या है। इसलिए ब्रैस्ट एग्जामिनेशन बहुत ज्यादा ज़रूरी है , इससे आपको पता लगता है कि आपके नॉर्मल टिश्यू कैसे होते है और जैसे ही आपको कुछ अबनॉर्मल फील होता है आप तुरंत इसको नोटिस करते हो।
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कैसे करें ब्रैस्ट इग्ज़ामिन?
ABC से ब्रैस्ट कैंसर का पता लगाए। डॉक्टर क्यूट्रस के अनुसार आपको ब्रैस्ट कैंसर है या नहीं इस बात का पता लगाने के तीन स्टेप्स है :
- स्टेप 1: A - Armpit
- स्टेप 2: B - breast
- स्टेप 3: C - Collarbone
ब्रैस्ट इग्ज़ामिन करते हुए सबसे ज़रूरी और पहला स्टेप है अपने आर्मपिट को इग्ज़ामिन करना। इसके बाद आप ब्रैस्ट को छू कर देखे और फिर इसके बाद Collarbone पर भी हाथ लगा कर चेक करे। ब्रैस्ट कैंसर इन तीन जगह पर होता है इसलिए समय समय पर मसाज के ज़रिये चेक करते रहे कही कोई गांठ तो नहीं है।
हर महीने पीरियड्स के एक हफ्ते बाद करे अपना ब्रैस्ट इग्ज़ामिन
ब्रैस्ट कैंसर के लक्षण (breast cancer signs hindi)
ब्रैस्ट कैंसर का सबसे सबसे कॉमन सिम्पटम ब्रैस्ट में गांठ बनना है लेकिन हर गांठ कैंसर नहीं होता। इसके अलावा भी इसके अन्य कुछ लक्षण है :
- ब्रैस्ट या आर्मपिट एरिया में बिना पीरियड्स के भी दर्द होना
- ब्रैस्ट एरिया का लाल होना
- निप्पल्स पर दाने होना
- ब्रैस्ट साइज में बदलाव
- निप्पल से Fluid डिस्चार्ज होना
- निप्पल का उल्टा होना
अगर आपको इनमे से कोई भी लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से दिखये , क्योंकि वो ही आपको बता सकते है कि आपका शक सही है या गलत।
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