Social Media Addiction: ऐसा बहुत बार होता है कि हम बिना व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम फ़ेसबुक जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स चेक किए बग़ैर नहीं रह पाते। कोई मैसेज आता है तो तुरंत रिप्लाई करते हैं, पोस्ट आता है, तो तुरंत लाइक। इस तरह हम पाते हैं कि हम सोशल मीडिया से घिर गए हैं। हम सोशल मीडिया के एडिक्टेड हैं। हमें सोशल मीडिया की लत लग गई है।
सोशल मीडिया का प्रयोग जब अनावश्यक रूप से ज़्यादा हो जाता है, तो यह ख़तरे का संकेत बन जाता है। हमें लगता है सोशल मीडिया का प्रयोग करने से हम कहीं खो ना जाएं। इसे अंग्रेज़ी में 'फ़ियर आफ़ मिसिंग आउट' कहते हैं। इतना ही नहीं सोशल मीडिया के ज़्यादा प्रयोग से हमें मानसिक और शारीरिक दोनों तरह की बीमारियां घेर लेती हैं। हर समय सोशल मीडिया पर बैठे रहना आंखों में, सिर में, पीठ में और न जाने कहां-कहां दिक्कतें पैदा करता है।
सवाल उठता है सोशल मीडिया एडिक्शन से कैसे बचें। तो आइए जाने किस तरह धीरे-धीरे सोशल मीडिया एडिक्शन को हम कैसे कम कर सकते हैं :-
- अपनी प्रायॉरिटीज़ तय करें
पहले तो यह तय करें आपको लाइफ़ में करना क्या है। आज क्या करना है, आने वाले समय में क्या करना है। क्या कुछ आपने खोया है, क्या कुछ पाया है। इस तरह आप अपनी प्रायॉरिटीज़ तय करके सोशल मीडिया के अनावश्यक प्रयोग से बच सकेंगे। - नोटिफ़िकेशन्स ऑफ़ करें
बार-बार नोटिफ़िकेशन आने से आप डिस्टर्ब होते हैं। बेहतर होगा कि आप इन सोशल मीडिया अकाउंट के नोटिफ़िकेशन्स को ऑफ़ कर दें। बार-बार पॉप-अप होते ये नोटिफ़िकेशन्स आपको मानो सोशल मीडिया में बैठे रहने का निमंत्रण देते हैं। आप यह जान ले, आगे बढ़ने के लिए आपको सोशल मीडिया एडिक्शन से दूर रहना होगा। - अपने को पहचाने
सोशल मीडिया का प्रयोग करते-करते आप भूल जाते हैं, आप हैं कौन! हर समय दूसरों की ज़िंदगी में शामिल रहना और अपनी ज़िंदगी शेयर करना ही ज़िंदगी का सच नहीं है। आपको ही सोचना होगा, आप कौन हैं और कब आपको दुनिया के सामने आना है। - अपना लाइफ़स्टाइल बदलें
रोज़-रोज़ वही रूटीन लाइफ़स्टाइल आपको बोर करता है। ऐसे में नए शौक़ पैदा करें। याद रखें शौक़ बड़ी चीज़ है। यही नहीं एक अच्छा शौक़ आपको तनावमुक्त रख सकता है। सोशल मीडिया एडिक्शन से दूर रख सकते हैं। अपने शौक़ को पहचाने और उसे उभारें। - टाइम बचाएं, समय बनाएं
याद रखें जो समय बीत गया वह वापस नहीं आएगा। एक बार जो आपने समय दे दिया, वह दोबारा नहीं यूज़ कर पाएंगे। ऐसे में ज़रूरी है जो बीत गया सो बीत गया, आने वाले समय को अब आप बचाएं। सोशल मीडिया पर बैठने का समय तय करें। इसी में आपकी भलाई है, इसी में नियंत्रण है। - हर चीज़ शेयर करने से बचें
आप यह तय कर ले वक़्त हमेशा एक ही सा नहीं रहता, बदलता रहता है। ऐसे में लाइक और कमेंट के पीछे भागने से थोड़े समय की ख़ुशी तो मिल सकती है, पर जिंदगी का एक बहुत बड़ा समय आप खो देंगे। कुछ-कुछ शेयर करना तो ठीक है, हर चीज़ शेयर करने से बचें। जितना ज़्यादा आप शेयर करेंगे उतना ज्यादा आपको लाइक और कमेंट का इंतजार रहेगा। बेहतर है कम शेयर करें।
इस तरह आप देख पाएंगे आपके जीवन में एक बड़ा बदलाव आया है। आपने सोशल मीडिया को नियंत्रित कर लिया है। अपने को समय देकर आपने अपनी जिंदगी के साथ औरों की जिंदगी को भी बचाने का काम किया है।