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Menstrual Cups Vs Pads & Tampons: जानिए मेंस्ट्रुअल कप, पैड और टैम्पोन के बीच का फ़र्क

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Swati Bundela
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Menstrual Cups vs. Pads And Tampons: मेंस्ट्रुअल कप आजकल बहुत ज़्यादा पॉपुलर हो रहे हैं, खासकर इसलिए क्योंकि उनको बार बार री-यूज़ कर सकते हैं। लेकिन क्या बाकि मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स की तरह सेफ हैं? आखिर कितने लोग उनके बारे में जानते हैं? बहुत से लोग मेंस्ट्रुअल कप को एनवायरनमेंट फ्रेंडली प्रोडक्ट के रूप में देखते हैं।

जो लोग डिस्पोजेबल पैड और टैम्पोन में मौजूद प्लास्टिक, नॉन- रिन्यूएबल और नॉन-बायोडिग्रेडेबल चीज़ों से बनाए गए कचरे को कम करने के बारे में सोचते हैं, वे मेंस्ट्रुअल कप्स को बाकि मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स से पहले प्रेफरेंस दे रहे हैं। लेकिन मेंस्ट्रुअल कप असल में डिस्पोजेबल पैड और टैम्पोन से ज़्यादा सेफ, कम सेफ, या सेफ भी है या नहीं, यह अभी भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है।

Menstrual Cups vs. Pads And Tampons: आखिर क्या है बेहतर?

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सेनेटरी पैड:

सैनिटरी पैड, जिसे सैनिटरी नैपकिन या मेंस्ट्रुअल पैड भी कहते हैं, बहुत पहले से ही फेमिनिन हाइजीन के लिए इस्तेमाल किये जाते थे और आज भी काफी ज़्यादा यूज़ किए जाते हैं। अलग अलग डाइमेंशन्स में पेश किए जाने वाले पैड अक्सर महिलाओं द्वारा कम फ्लो वाले दिनों में या जब वे पीरियड्स के बीच स्पॉट हो सकते हैं, पसंद किए जाते हैं।

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कुछ महिलाएं एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन के लिए टैम्पोन को पैड के साथ जोड़ती हैं। सैनिटरी पैड का एक नुकसान यह है कि कुछ महिलाओं को यह बहुत अनकम्फर्टेबल लगता है या यह पता चलता है कि यह कुछ फिजिकल एक्टिविटीज के लिए सही नहीं है।

टैम्पोन

महिलाएं अक्सर अपने पीरियड्स के दौरान ज़्यादा बॉडी फ्रीडम के लिए टैम्पोन का इस्तेमाल करती हैं। सैनिटरी पैड की तरह, टैम्पोन भी अलग अलग साइज़ और अलग अलग अब्सॉर्बेंसी के लेवल्स में पेश किए जाते हैं। यह रेकमेंड किया जाता है कि महिलाएं मेंस्ट्रुअल फ्लो को मैनेज करने के लिए कम से कम हर चार से आठ घंटे में टैम्पोन बदलें। पीरियड्स के बीच में टैम्पोन को रेकमेंड नहीं किया जाता है।

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कुछ महिलाओं को 1980 के दशक में सुपरएब्जॉर्बेंट टैम्पोन और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (TSS) के प्रकोप के बीच का कनेक्शन याद हो सकता है, लेकिन इन "हाइपर एब्जॉर्बेबल" टैम्पोन को मार्किट से हटा दिया गया और टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम वाला इंसिडेंट हो गया। हालांकि, ऐसा भी कहा जाता है कि जो महिलाएं टैम्पोन का इस्तेमाल करती हैं, उनमें यूरिनरी ट्रैक्ट के इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।

मेंस्ट्रुअल कप

मेंस्ट्रुअल कप टैम्पोन जितना लंबा होता है। मेंस्ट्रुअल कप दो टाइप के होते हैं- पहला एक सॉफ्ट, फ्लेक्सिबल, डिस्पोजेबल कप होता है जो डायाफ्राम जैसा दिखता है। दूसरा रबर (लेटेक्स) या सिलिकॉन से बना एक घंटी के जैसा दिखने वाला का कप है जिसे पूरी तरह से सफाई के बाद फिर से यूज़ किया जा सकता है। दोनों टाइप के मेंस्ट्रुअल कप मेंस्ट्रुएशन ब्लड को कलेक्ट करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
कुछ महिलाएं मेंस्ट्रुअल कप पसंद करती हैं क्योंकि यह एक टैम्पोन के लिए ऑप्शन देता है जिसे बिलकुल सेफ्टी से 12 घंटे तक पहना जा सकता है।

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महिलाएं मेंस्ट्रुअल कप इसलिए भी पसंद करती हैं क्योंकि उनमें कोई केमिकल, ब्लीच या फाइबर नहीं होता है जो सेंसिटिविटी या एलर्जी का कारण बने। कुछ महिलाओं के लिए, मेंस्ट्रुअल कप टैम्पोन की तुलना में डालने और निकालने में ज़्यादा मुश्किल होते हैं।
कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप अपने पीरियड्स के दौरान कौन सा फेमिनिन हाइजीन प्रोडक्ट चुनते हैं, इन्फेक्शन को रोकने के लिए अपनी पसंद का प्रोडक्ट यूज़ करने से पहले या बदलने से पहले और बाद में अपने हाथ ज़रूर धोएं।

फेमिनिन प्रोटेक्शन के सभी ऑप्शंस के साथ, यह भी ज़रूरी है कि महिलाओं को उनके ऑप्शंस, प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी भी दी जाए ताकि वे अपने पीरियड को ज़्यादा अच्छे से मैनेज कर सकें न की खुद पीरियड के अकॉर्डिंग मैनेज हों।

 



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