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क्या कभी आपने सोचा है कि सास-बहू इतना लड़ती क्यों हैं? उनके रिश्ते में इतना तनाव क्यों होता है? जबकि देखा जाए तो सास-बहू की रिलेशन के जैसा ही सास-दामाद का रिश्ता तो काफी अच्छा होता है। तो आइए जानते हैं एक्सपर्ट से कि इसके पीछे क्या कारण रहा है, और इस रिलेशनशिप को हम कैसे सुधार सकते हैं? सास-बहू झगड़े कैसे ख़त्म हो सकते हैं ?
सास-बहू के झगड़े को समझने के लिये हमें शादी के सेट-अप को समझना होगा।
पहला कारण है की शादियों में हमेशा लड़के के परिवार को ज्यादा पॉवर मिलती है, ज्यादा इज़्ज़त मिलती है और लड़की को कहा जाता है कि
इसके मुताबिक उसे ऐडजस्ट करना होगा। मतलब लड़केवालों के पास ज्यादा पॉवर है यानि सास को बहू के मुकाबले ज्यादा पॉवर मिलती है, और इस तरह वो बहू पर अपना अधिकार जताने की कोशिश करती हैं जिससे उनका रिश्ता बिगड़ जाता है।
दूसरा कारण है कि नये घर में बहुओं से बहुत ज्यादा उम्मीदें रखी जाती है घर के काम सम्भालने की, उन्हें वक़्त ही नहीं दिया जाता नये घर में ठीक से सेटल होने का।
तीसरी बात है की सास-बहू के झगड़े से पूरे घर पर स्ट्रेस पड़ता है। बेटा सोचता रहता है कि वो अपनी बीवी की सुने या माँ की, यही हाल बाकी घरवालों का भी होता है। बच्चे भी इस माहौल में बुरी तरह अफेक्ट होते हैं।
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉक्टर निशा खन्ना कहती हैं, आजकल माहौल बदल रहा है जिसमें लड़कियाँ पढ़ी-लिखी और इंडिपेंडेंट हैं। इसलिए सास भी अवेयर रहती हैं कि वो अपनी बहू से अच्छा रिश्ता बनाए रखें।
इस रिश्ते को सुधारना है तो पहली चीज़ सास को ध्यान रखनी चाहिये की क्योंकि आपकी बहू दूसरे घर से आई है तो उनसे घर सम्भालने की उम्मीद थोड़ी कम रखिए। बहुओं को ध्यान रखना चाहिये कि जब भी आपकी सास आपके लिये कुछ करती हैं तो उनकी सराहना कीजिये।
दूसरी बात है कि बहुओं को ध्यान रखना चाहिये की अगर आपको सास से कोई बात करनी है तो सीधे करें, अपने पार्टनर को बीच में ना लाएं। ऐसे डायरेक्ट बात करने से रिश्ते में बोलचाल अच्छी होगी और गलतफहमी भी कम रहेगी।
आगे डॉक्टर निशा बताती है, अगर आपकी सास ज़्यादा नेगेटिव हो रही हों तो आप पॉजिटिव बने रहिये, और छोटी छोटी बात पर उनकी प्रशंसा किजीये। ऐसा इसलिए क्योंकि जो लाइफ में ज्यादा नेगेटिव रहते हैं उन्हें अक्सर अपने काम की प्रशंसा नहीं मिली होती है। एक-दूसरे के प्रति बस अच्छा बने रहने से अगर इतना तनाव और स्ट्रेस दूर रहता है तो क्यों नहीं?
और पढ़ें: टॉक्सिक रिलेशनशिप के इन 10 लक्षणों को ना करें अनदेखा
सास-बहू में इतने झगड़े क्यों?
सास-बहू के झगड़े को समझने के लिये हमें शादी के सेट-अप को समझना होगा।
पहला कारण है की शादियों में हमेशा लड़के के परिवार को ज्यादा पॉवर मिलती है, ज्यादा इज़्ज़त मिलती है और लड़की को कहा जाता है कि
इसके मुताबिक उसे ऐडजस्ट करना होगा। मतलब लड़केवालों के पास ज्यादा पॉवर है यानि सास को बहू के मुकाबले ज्यादा पॉवर मिलती है, और इस तरह वो बहू पर अपना अधिकार जताने की कोशिश करती हैं जिससे उनका रिश्ता बिगड़ जाता है।
दूसरा कारण है कि नये घर में बहुओं से बहुत ज्यादा उम्मीदें रखी जाती है घर के काम सम्भालने की, उन्हें वक़्त ही नहीं दिया जाता नये घर में ठीक से सेटल होने का।
तीसरी बात है की सास-बहू के झगड़े से पूरे घर पर स्ट्रेस पड़ता है। बेटा सोचता रहता है कि वो अपनी बीवी की सुने या माँ की, यही हाल बाकी घरवालों का भी होता है। बच्चे भी इस माहौल में बुरी तरह अफेक्ट होते हैं।
इस रिश्ते को कैसे सुधारें?
रिलेशनशिप एक्सपर्ट डॉक्टर निशा खन्ना कहती हैं, आजकल माहौल बदल रहा है जिसमें लड़कियाँ पढ़ी-लिखी और इंडिपेंडेंट हैं। इसलिए सास भी अवेयर रहती हैं कि वो अपनी बहू से अच्छा रिश्ता बनाए रखें।
इस रिश्ते को सुधारना है तो पहली चीज़ सास को ध्यान रखनी चाहिये की क्योंकि आपकी बहू दूसरे घर से आई है तो उनसे घर सम्भालने की उम्मीद थोड़ी कम रखिए। बहुओं को ध्यान रखना चाहिये कि जब भी आपकी सास आपके लिये कुछ करती हैं तो उनकी सराहना कीजिये।
दूसरी बात है कि बहुओं को ध्यान रखना चाहिये की अगर आपको सास से कोई बात करनी है तो सीधे करें, अपने पार्टनर को बीच में ना लाएं। ऐसे डायरेक्ट बात करने से रिश्ते में बोलचाल अच्छी होगी और गलतफहमी भी कम रहेगी।
आगे डॉक्टर निशा बताती है, अगर आपकी सास ज़्यादा नेगेटिव हो रही हों तो आप पॉजिटिव बने रहिये, और छोटी छोटी बात पर उनकी प्रशंसा किजीये। ऐसा इसलिए क्योंकि जो लाइफ में ज्यादा नेगेटिव रहते हैं उन्हें अक्सर अपने काम की प्रशंसा नहीं मिली होती है। एक-दूसरे के प्रति बस अच्छा बने रहने से अगर इतना तनाव और स्ट्रेस दूर रहता है तो क्यों नहीं?
और पढ़ें: टॉक्सिक रिलेशनशिप के इन 10 लक्षणों को ना करें अनदेखा