Superstitions About Periods: पीरियड्स हर लड़की के लिए हर महीने की जंग है लेकिन इसके साथ महिलाओं को कुछ अंधविश्वासों का भी सामना करना पड़ता है। आज की सदी में भी लोग पीरियड्स से जुड़े अंधविश्वासों को मानते हैं। ये कुछ अंधविश्वास काफी समय से चली आ रही हैं। पीरियड्स को लेकर अंधविश्वास और कुछ धारणाएं केवल भारत में भी नहीं लेकिन दुनिया भर में मौजूद हैं।
पीरियड्स एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन फिर भी महिलाएं कुछ टैबू और मिथक से घिरी हुई हैं जिसकी वजह से उनके भावनात्मक स्थिति, मानसिकता, जीवन शैली और स्वास्थ्य को प्रभाव करता है। पीरियड्स के दौरान महिलाओं को आराम और राहत देने के तरीके के रूप में जो सदियों पहले शुरू हुआ था क्योंंकि उस समय इतनी सुविधाएं नहीं थी जितनी आज है, वह ऑप्रेसिव अंधविश्वास और टॉर्चर में बदल गया है।
4 पीरियड्स अंधविश्वास जो आज भी माने जाते हैं
1. बाल नहीं धोने चाहिए
आज भी न जाने कितने लोग इस बात को मानते हैं और अपने घरों में अपनी बेटियों को पीरियड्स के दिनों में बाल धोने नहीं देते। लोगों का मानना है की पीरियड्स में सिर धोने से ब्लड डिलीवरी में प्रभाव पड़ता है जिसके कारण बांझ होने का खतरा बढ़ जाता है। पर सच ये है की रोज़ स्नान करना चाहिए ताकि आप अपने सारे अंगों को अच्छे से साफ कर सकें ताकि स्वच्छता बनी रहे। महिलाओं को किसी इन बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
2. मंदिर में नहीं जा सकते
जब एक महिला अपने पीरियड्स से गुज़र रही होती है तो उन्हे अपवित्र, अशुद्ध माना जाता है जिसके वजह से आज भी लोग उन्हें मंदिरों में जानने नहीं देते। महिलाओं को मंदिर में जाने से पहले और पूजा करने से पहले पवित्र होना चाहिए इसलिए उन्हें ये काम करने से रोका जाता है लेकिन हकीकत में पीरियड्स एक नॉर्मल प्रक्रिया है और पीरियड्स एक महिला को अपवित्र नहीं बनाता। बल्कि एक महिला अपनी साफ सफाई का पीरियड्स में बेहद ख्याल रखती है।
3. व्यायाम नहीं करना चाहिए
लोगों का आज भी यह मानना है की पीरियड्स के दिनों में किसी भी प्रकार का व्यायाम नहीं करना चाहिए। कहते हैं की पीरियड्स में एक्सरसाइज करने से दर्द बढ़ सकता है और ब्लड फ्लो भी ज्यादा होने लगता है। लोग मानते हैं की पीरियड्स एक बीमारी की तरह है इसलिए इसमें पूरी तरह से आराम करना चाहिए लेकिन पीरियड्स में व्यायाम करने से बॉडी एक्टिव और फ्लेक्सिबल रहती है जिसकी वजह से आपको ज्यादा कमजोरी महसूस नहीं होती और क्रैंप्स से भी आराम मिलता है। योग यां कोई भी एक्सरसाइज करने से मूड भी अच्छा रहता है।
4. रसोई में नहीं जाना चाहिए
पीरियड्स के दौरान महिलाओं को रसोई में घुसने की, खाना बनाने की, और किसी भी आचार यां चटनी को छुने अनुमति नहीं होती। मानते हैं की पीरियड्स के दौरान अगर महिला भोजन बनाए तो वो अशुद्ध और अपवित्र होता है जिसे दूसरे बीमार पढ़ सकते हैं क्योंकि पीरियड्स के दिनों में महिलाओं का शरीर एक अलग किस्म की गंद रिलीज करता है जो खाने को सड़ा देती है। लेकिन हकीकत में पीरियड ब्लड बिल्कुल साफ होता है और पीरियड्स में महिलाओं की वजह से खाना खराब नहीं होता।