Things That Increase The Risk of Breast Cancer: भारतीय महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की शिकायत तेजी से बढ़ रही है। ब्रेस्ट कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो ब्रेस्ट में शुरू होता है। ज्यादातर मामलों में, ब्रेस्ट कैंसर सेल्स एक ट्यूमर बनाते हैं जिसे अक्सर एक गांठ के रूप में महसूस किया जा सकता है। ब्रेस्ट में दर्द कैंसर का लक्षण हो सकता है यदि आपको ऐसा कोई लक्षण दिखाई दे तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बहुत सी चीजों के कारण हो सकता है इसलिए यहां बताई जा रही हैं चीजें जो ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं।
5 चीजें जो ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाती हैं: Things That Increase The Risk of Breast Cancer
1. ब्रेस्ट डेंसिटी
जिन महिलाओं के ब्रेस्ट घने होते हैं, उनमें ज्यादा फाइबर्स टिशूज और कम फैट रिमूवल होता है, जिससे ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है। डॉक्टर का कहना है कि घने ब्रेस्ट में कैंसर के सेल्स का पता लगाना मुश्किल होता है। इसके अलावा, कुछ सेल्यूलर असामान्यताएं भी ब्रेस्ट कैंसर के विकास के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। कभी कभी ब्रेस्ट इंप्लांट एक अन्य कारण बन सकता है, जिससे कैंसर के उच्च जोखिम हो सकते हैं।
2. जल्दी मेंस्ट्रुएशन और देर से मेनोपॉज
जिन महिलाओं के पीरियड्स जल्दी शुरू होते हैं (12 साल की उम्र से पहले), या बहुत देर में मेनोपॉज के स्टेज तक पहुंचती हैं, उनमें एस्ट्रोजन का उच्च जोखिम होता है जो की ब्रेस्ट के टिशूज को प्रभावित कर सकता है। जिन महिलाओं को इस तरह का जोखिम हो उन्हे समय समय पर जांच कराना चाहिए ताकि वो कैंसर के जोखिम से सूचित हों।
3. शराब पीना
शराब के उपयोग को कम से कम रखना महत्वपूर्ण होता है। अधिक शराब के सेवन से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। जो महिला एक दिन में एक से ज्यादा ग्लास शराब पीती हैं, उनमें शराब ना पीने वाली महिलाओं की तुलना में कैंसर का खतरा 7-10% अधिक होता है और इसका खतरा बढ़ता जाता है जैसे जैसे वो शराब पीती हैं।
4. डाइट में परिवर्तन
डाइट भी कैंसर के जोखिम की जांच करने के लिए बहुत जरूरी होती है। हाई फैट वाली डाइट, जो किसी के मोटापे के जोखिम को बढ़ती है, वह भी एक बड़ा कारण हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर के लिए। इसके साथ ही खराब डाइट शरीर में फैट सेल्स के विकास का कारण बन सकता है जो एस्ट्रोजन(estrogen) के लेवल को बढ़ाता है। इसलिए जंक फूड, मीट, ज्यादा चीनी, शराब का सेवन कम करना बहुत ही महत्वपूर्ण है।
5. रिप्रोडक्टिव हिस्ट्री
लेट पप्रेग्नेंसी और बच्चे ना होने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। लेट प्रेग्नेंसी और प्रेग्नेंट नहीं होने पर, ब्रेस्ट टिश्यू समय के साथ एस्ट्रोजन के संपर्क में आते हैं जो कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर का खतरा उन महिलाओं में कम हो जाता है जो 30 की उम्र या उसे पहले प्रेग्नेंट हो जाती हैं।