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कितनी ही महिलाएँ और पुरुष वजाइना वल्वा क्लिटोरिस में अंतर नहीं जान पाते और इसे एक ही पार्ट समझ बैठते हैं। तो आइए जानते हैं की यह तीनों एक-दूसरे से कितने अलग हैं और इनका हमारी बॉडी में क्या महत्व हैं।
वजाइना हमारे शरीर के अंदर की एक मस्कुलर कैनाल है, जो (Uterus) से जुड़ी होती है। जो हिस्सा बाहर की तरफ होता है जो आपके कपड़ों को छूता है वह vulva है। आपकी वजाइना के बाहरी सारे अंग प्युबिक हेयर से घिरे होते हैं जो एक मैकेनिकल बैरियर के तौर पर और वजाइना की सेंसिटिव स्किन की सुरक्षा के लिए काम करते है। सेक्स के दौरान पेनिस का penetration भी वजाइना में होता है, ना की वल्वा में।
फीमेल सेक्सुअल पार्ट के दो हिस्से होते हैं, जिसमें बाहरी हिस्सा वल्वा(vulva) और भीतरी हिस्सा वजाइना होती है। वल्वा देखने में होंठ जैसा होता है। बाहरी होंठ या बड़े होंठ को लेबिया मेजोरा कहते हैं और भीतरी होंठ यानि छोटे होंठ को लेबिया माइनोरा कहते हैं।
वल्वा, यानी की वजाइना के बाहरी और भीतरी लैबिया, बैक्टीरिया, वायरस या कुछ और हानिकारक चीज़ को अंदर आने से रोकने में मदद करते हैं। जब आप सेक्स के लिए उत्तेजित होती हैं तो यह लैबिया गीलापन पैदा करते हैं ताकि आपकी वजाइना में नमी आ जाए। हालांकि वे सभी बैक्टीरिया को तो दूर नहीं रख सकते, इसलिए सुरक्षित सेक्स संबंध रखना और कंडोम का इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है।
क्लिटोरिस का सिर भीतरी लैबिया के ऊपर होता है यानी जहां दोनों लैबिया मिलते हैं। यह लगभग तीन से आठ मिलीमीटर तक के एक छोटे गांठ के जैसा होता है। इसकी बनावट पुरूषों के पेनिस की तरह होती है, जिसमें एक सिर होता है जो छूते ही बहुत उत्तेजित (stimulate) हो जाता है।
क्लिटोरिस सबसे ज़्यादा सेक्स और मास्टरबेशन के वक़्त pleasure देने वाला पार्ट है क्योंकि असल में यह बस इसी लिए होता है। इसकी नोक आपके शरीर के बाहर होती है, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा अंदर की तरफ छिपा हुआ होता है।
क्लिटोरिस एक मटर के जितना बड़ा होता है, लेकिन यह मटर से भी छोटा हो सकता है और इसकी नोक थोड़ी ढकी हो सकती है। एक महिला के क्लिटोरिस का रंग उसकी त्वचा के रंग पर निर्भर करता है। यह गुलाबी, गहरा लाल, या भूरा हो सकता है।
आइये जानते है वजाइना वल्वा क्लिटोरिस में अंतर
वजाइना क्या होती है?
वजाइना हमारे शरीर के अंदर की एक मस्कुलर कैनाल है, जो (Uterus) से जुड़ी होती है। जो हिस्सा बाहर की तरफ होता है जो आपके कपड़ों को छूता है वह vulva है। आपकी वजाइना के बाहरी सारे अंग प्युबिक हेयर से घिरे होते हैं जो एक मैकेनिकल बैरियर के तौर पर और वजाइना की सेंसिटिव स्किन की सुरक्षा के लिए काम करते है। सेक्स के दौरान पेनिस का penetration भी वजाइना में होता है, ना की वल्वा में।
वल्वा (Vulva) किसे कहते हैं?
फीमेल सेक्सुअल पार्ट के दो हिस्से होते हैं, जिसमें बाहरी हिस्सा वल्वा(vulva) और भीतरी हिस्सा वजाइना होती है। वल्वा देखने में होंठ जैसा होता है। बाहरी होंठ या बड़े होंठ को लेबिया मेजोरा कहते हैं और भीतरी होंठ यानि छोटे होंठ को लेबिया माइनोरा कहते हैं।
वल्वा, यानी की वजाइना के बाहरी और भीतरी लैबिया, बैक्टीरिया, वायरस या कुछ और हानिकारक चीज़ को अंदर आने से रोकने में मदद करते हैं। जब आप सेक्स के लिए उत्तेजित होती हैं तो यह लैबिया गीलापन पैदा करते हैं ताकि आपकी वजाइना में नमी आ जाए। हालांकि वे सभी बैक्टीरिया को तो दूर नहीं रख सकते, इसलिए सुरक्षित सेक्स संबंध रखना और कंडोम का इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है।
क्लिटोरिस (Clitoris) क्या होता है?
क्लिटोरिस का सिर भीतरी लैबिया के ऊपर होता है यानी जहां दोनों लैबिया मिलते हैं। यह लगभग तीन से आठ मिलीमीटर तक के एक छोटे गांठ के जैसा होता है। इसकी बनावट पुरूषों के पेनिस की तरह होती है, जिसमें एक सिर होता है जो छूते ही बहुत उत्तेजित (stimulate) हो जाता है।
क्लिटोरिस सबसे ज़्यादा सेक्स और मास्टरबेशन के वक़्त pleasure देने वाला पार्ट है क्योंकि असल में यह बस इसी लिए होता है। इसकी नोक आपके शरीर के बाहर होती है, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा अंदर की तरफ छिपा हुआ होता है।
क्लिटोरिस एक मटर के जितना बड़ा होता है, लेकिन यह मटर से भी छोटा हो सकता है और इसकी नोक थोड़ी ढकी हो सकती है। एक महिला के क्लिटोरिस का रंग उसकी त्वचा के रंग पर निर्भर करता है। यह गुलाबी, गहरा लाल, या भूरा हो सकता है।