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निपाह वायरस क्या है? जानिये केरल में दस्तक देने वाला ये वायरस कितना घातक है

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Swati Bundela
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निपाह वायरस क्या है? रविवार को केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस (Nipah Virus) से एक 12 साल के बच्चे की मृत्यु हुई है। वायरस से बच्चे की हुई मृत्यु को केरल सरकार ने चिंता का विषय समझते हुए उसके सम्पर्क में आए 18 लोगों को क्वारंटाइन कर दिया है। आइये जाने केरल में दस्तक देने वाला ये वायरस क्या है और इसे गंभीरता से लेने की क्यों ज़रूरत है। यहाँ पढ़े पूरी खबर। 

निपाह वायरस क्या है? (What is Nipah Virus)

निपाह वायरस एक ऐसा वायरस है जो जानवरों के ज़रिये इंसानो में फैलता है। यह वायरस चमगादड़ और सूअर में पाया जाता है, जो अगर इंसान के संपर्क में आ जाये तो उसके शरीर में भी ये वायरस प्रवेश कर सकता है। यही नहीं अगर संक्रमित चमगादड़ या सूअर किसी फल का सेवन करते है तो उस फल के ज़रिये भी ये इंसानो में फ़ैल सकता है।

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निपाह वायरस का सबसे पहला मामला मलेशिया में पाया गया था, उसके बाद यह वायरस सिंगापूर और बांग्लादेश जैसे देशो में भी फ़ैल गया था। भारत में यह 2001 में सबसे पहले पश्चिम बंगाल में फैला था।

आपको बता दे की केरल पहले से ही COVID-19 और जीका वायरस के बढ़ते केसेस का सामना कर रहा है। राज्य में प्रतिदिन लगभग 35000 के करीब कोरोना के मामले आ रहे है, वही अब इस निपाह वायरस की दस्तक स्थिति को और गंभीर बना सकती है।

आखिर निपाह वायरस का प्रकोप क्यों चिंताजनक हैं?

दरअसल इससे पहले भी केरल में 2018 में निपाह वायरस का घातक प्रकोप देखा गया था, जिसमें 17 लोगों की जान चली गई थी। संक्रमण से मृत्यु दर 70 प्रतिशत है। यही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा निपाह को "प्राथमिकता वाली बीमारी यानि प्रायोरिटी डिजीज" के रूप में पहचाना गया है। 2021 में फरवरी में जारी एक रिपोर्ट में चेतावनी दी गई थी कि निपाह उन वायरसों में से एक हो सकता है जो अगली महामारी का कारण बन सकता हैं।



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