नौ रंग, नौ अंदाज़: नवरात्रि में हर दिन के लिए ऑफिस-फ्रेंडली लुक्स

नवरात्रि सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि स्त्रीत्व की नौ शक्तियों का उत्सव है। जब वर्किंग महिलाएँ इन रंगों को पहनती हैं, तो वे सिर्फ पहनती नहीं बल्कि उन्हें जीती हैं।

author-image
Nainsee Bansal
New Update
Garba Dress For Women

File Image

नवरात्रि सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि स्त्रीत्व की नौ शक्तियों का उत्सव है। जब वर्किंग महिलाएँ इन रंगों को पहनती हैं, तो वे सिर्फ पहनती नहीं बल्कि उन्हें जीती हैं। दिन के हिसाब से रंगों को समझना और धारण करना एक भावनात्मक और सांस्कृतिक संकेत बन जाता है, जिसे ऑफिस में भी अपनाया जा सकता है। रंग का सीधा प्रभाव मन पर पड़ता है, और जब आप अपने मन और सांस्कृतिक जुड़ाव को ध्यान में रखते हुए रंग पहनती हैं, तो आत्मविश्वास के साथ-साथ खुशी भी महसूस करती हैं।

Advertisment

नौ रंग, नौ अंदाज़: नवरात्रि में हर दिन के लिए ऑफिस-फ्रेंडली लुक्स

 1. पीला रंग – माँ शैलपुत्री को समर्पित

पीला रंग नई शुरुआत और आत्मविश्वास से जुड़ा है। भारतीय परंपरा में इसे सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना गया है और मनोविज्ञान भी इसे स्वीकार करता है। आप अपने workspace को हल्के पीले पोस्ट-इट्स, फूलों और सामान्य सामग्री से सजा सकती हैं। यह न केवल आपको अच्छा महसूस कराएगा बल्कि आपकी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ाएगा।

2. हरा रंग – माँ ब्रह्मचारिणी को समर्पित

हरा रंग धैर्य और संतुलन से जुड़ा है। कामकाजी महिला के लिए ये दोनों ही आयाम आवश्यक हैं। हरा रंग पहनने के साथ आप अपने आसपास हरे पौधे रख सकती हैं और समय निकालकर mindful walk पर जा सकती हैं।

3. ग्रे रंग – माँ चंद्रघंटा को समर्पित

ग्रे रंग स्थिरता और आंतरिक शक्ति का प्रतीक है। एक वर्किंग महिला के लिए स्थिर मन सही निर्णय लेने में मदद करता है और भीतर से मजबूती प्रदान करता है। दिन की शुरुआत एक positive affirmation से करें, यह रंग आपको भावनात्मक clarity देगा।

Advertisment

4. नारंगी रंग – माँ कुष्माण्डा को समर्पित

नारंगी रंग रचनात्मकता और ऊर्जा बढ़ाता है। आज की कामकाजी महिला के लिए ऑफिस में creative और active होना दोनों ही जरूरी हैं, और यह रंग दोनों में सहायक है। यह न केवल productivity बढ़ाता है बल्कि connection और innovation को भी support करता है।

5. सफेद रंग – माँ स्कंदमाता को समर्पित

सफेद रंग शांति और करुणा का प्रतीक है। यह सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करता है, जिससे आपसी प्रेम और सद्भाव बढ़ता है। सफेद रंग पहनना आपको भीतर से शांत करेगा।

6. लाल रंग – माँ कात्यायनी को समर्पित

लाल रंग साहस और निर्णय क्षमता को बढ़ाता है। मनोविज्ञान के अनुसार यह रंग तुरंत लोगों का ध्यान आकर्षित करता है। मीटिंग्स में इसे पहनने से आप कॉन्फिडेंट और निर्णायक बनेंगी। कठिन टास्क या चुनौतीपूर्ण मीटिंग के दिन इस रंग को ज़रूर पहनें।

Advertisment

7. नीला रंग – माँ कालरात्रि को समर्पित

नीला रंग गहराई और आत्म-संवेदना को बढ़ाता है। इस रंग के साथ आप अपने भीतर के उलझे विचारों को सुलझा पाएंगी। दिन के अंत में journaling या कोई भावनात्मक कविता पढ़ना आपको माँ से जुड़ने और खुद को समझने में मदद करेगा।

8. गुलाबी रंग – माँ महागौरी को समर्पित

गुलाबी रंग कोमलता और आत्म-स्नेह से जुड़ा है। खुद को उपहार देना, समझना और care करना इस रंग के महत्व को और गहरा बनाता है। यह self-care का प्रतीक है और आपको खुद की देखभाल के लिए प्रेरित करता है।

9. बैंगनी रंग – माँ सिद्धिदात्री को समर्पित

बैंगनी रंग समृद्धि और आत्मबोध से जुड़ा है। यह रंग जीवन-यात्रा को गहराई से समझने और उससे जुड़ने में मदद करता है। यह आपको अनछुए आयामों की ओर प्रेरित करता है और नई उपलब्धियों को सराहने की क्षमता देता है।

Advertisment

हर रंग एक आंतरिक शक्ति है, जिसे महिलाएँ अपने जीवन और कार्य से और निखारती हैं। इन रंगों के माध्यम से महिलाएँ अपने भावनात्मक पक्ष से जुड़कर खुद को और बेहतर समझ सकती हैं।

Productivity