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Financial Abuse के खिलाफ महिलाओं की लड़ाई अभी भी जारी

एब्यूज सिर्फ शारीरिक हिंसा तक सीमित नहीं है। इसके कई रूप हैं जिसमें फाइनेंशियल एब्यूज भी शामिल है। यह एक खराब रिश्ते की निशानी हैं। ज्यादातर महिलाएं ही इसका शिकार होती हैं।

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Rajveer Kaur
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Financial abuse

Image Credit: Freepik

Indian Women Fight Financial Abuse: एब्यूज सिर्फ शारीरिक हिंसा तक सीमित नहीं है। इसके कई रूप हैं जिसमें फाइनेंशियल एब्यूज भी शामिल है। यह एक खराब रिश्ते की निशानी हैं। ज्यादातर महिलाएं ही इसका शिकार होती हैं। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि रिश्ते में दबदबा बना रहे। जिस रिश्ते में फाइनेंशियल एब्यूज होता है उसमें शारीरिक हिंसा भी जरूर शामिल होती है। कई बार तो पीड़िता को यह भी पता नहीं होता है कि उसके साथ एब्यूज हो रहा है। इस स्थिति में आपको हर एक पैसे का हिसाब देना पड़ता है और आपको एक लिमिटेड राशि की दी जाती है। धीरे-धीरे से इसे भी कम कर दिया जाता है। आज हम जानेंगे कि कैसे महिलाएं इस समस्या के साथ जूझ रही हैं?

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Financial Abuse के खिलाफ महिलाओं की लड़ाई अभी भी जारी 

आज के समय में भी अगर महिलाएं किसी टॉक्सिक या फिर अबूसिव रिश्ते को छोड़ नहीं पा रही है तो इसका एक कारण फाइनेंशियल एब्यूज भी है। ऐसी महिलाओं के पास पैसा नहीं होता है जिस कारण उन्हें यह डर होता है कि अगर वे अपने पार्टनर को छोड़ देंगी तो उनके लिए अकेले रहना मुश्किल हो जाएगा। कई पार्टनर इसलिए भी जॉब नहीं करने देते हैं या फिर उनके पैसे ले लेते हैं ताकि पत्नी अपने फैसले खुद न लेने लग जाए या फिर उनके ऊपर से निर्भरता ना कम हो जाए।

शुरुआत में ऐसा दिखाया जाएगा कि आपको फाइनेंस की जिम्मेदारियां से मुक्त किया जा रहा है लेकिन इसके पीछे का मकसद आपसे पैसे का कंट्रोल लेना है। फाइनेंशियल एब्यूज का असर सिर्फ फाइनेंस से जुड़े फैसलों के ऊपर नहीं पड़ता है बल्कि महिलाओं की ओवरऑल वेल्बीइंग पर पड़ता है। इससे महिलाएं जिंदगी को अपने तरीके से जी नहीं पाती हैं। उनका खुद के ऊपर से विश्वास उठ जाता है और साथ ही उनका सेल्फ एस्टीम भी कम हो जाता है। 

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महिलाओं के पास आर्थिक आजादी ना होने के कारण उनकी मेंटल हेल्थ पर भी प्रभाव पड़ता है। वे दूसरों के उपर निर्भर हो जाती हैं। उनका खुद के उपर कोई कंट्रोल नहीं होता। उनकी अपने फैसले लेने की आजादी चली जाती है। उन्हें हर एक फैसले के लिए अपने पार्टनर से पूछना पड़ता है और अगर पार्टनर बनाकर दे तो वह उसे चीज को नहीं कर सकती हैं। महिलाओं को इसलिए अपनी फाइनेंशियल इंडिपेंडेंस को कभी भी खत्म नहीं होने देना चाहिए। अगर किसी महिला को रिश्ते में अपना करियर छोड़ने के लिए कहा जा रहा है तो वह रिश्ता आपके लिए टॉक्सिक है। इसमें आगे जाकर आपको ज्यादा कंट्रोल करने की कोशिश की जाएगी और आपको हर एक चीज के लिए निर्भर बनाया जाएगा।

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