Know about these five women associated with the field of finance: भारत में वित्त के क्षेत्र में कई महिलाएं हैं जिन्होंने अपने उल्लेखनीय योगदान से इस क्षेत्र को समृद्ध किया है और इस क्षेत्र में अपनी सफलता की कहानी लिखी है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं। उनके योगदान और नेतृत्व ने भारतीय वित्तीय प्रणाली को अधिक मजबूत और समावेशी बनाने में मदद की है। इन महिलाओं के संघर्ष, समर्पण और नेतृत्व के गुण हमें प्रेरित करते हैं और यह दर्शाते हैं कि भारतीय महिलाओं ने वित्तीय क्षेत्र में किस तरह से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यहां पांच प्रमुख भारतीय महिलाओं के बारे में बताया गया है जिन्होंने वित्त के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
Finance के क्षेत्र से जुड़ी इन पांच महिलाओं के बारे में जानिए।
1. अरुंधति भट्टाचार्य
अरुंधति भट्टाचार्य स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पहली महिला अध्यक्ष बनीं और 2013 से 2017 तक इस पद पर रहीं। उन्होंने अपने कार्यकाल में बैंकिंग क्षेत्र में कई सुधार लाए और बैंक को डिजिटलाइजेशन की दिशा में अग्रसर किया। उनके नेतृत्व में, SBI ने योनो (You Only Need One) प्लेटफार्म की शुरुआत की, जो डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को एकीकृत करता है।
2. चंदा कोचर
चंदा कोचर ने भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई। वे ICICI बैंक की सीईओ और प्रबंध निदेशक बनीं और अपने कार्यकाल में बैंक को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उनके नेतृत्व में, ICICI बैंक ने रिटेल बैंकिंग और कॉर्पोरेट बैंकिंग में कई इनोवेटिव प्रोडक्ट्स लॉन्च किए।
3. उषा थोराट
उषा थोराट ने भारतीय रिजर्व बैंक में डिप्टी गवर्नर के रूप में कार्य किया और वित्तीय समावेशन, छोटे वित्त बैंक और माइक्रोफाइनेंस के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण नीतिगत निर्णय लिए। उनके प्रयासों से ग्रामीण और शहरी गरीबों को वित्तीय सेवाओं की पहुंच में वृद्धि हुई।
4. निशा पुरी
निशा पुरी विश्व बैंक समूह के इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IFC) में भारत और दक्षिण एशिया के लिए निदेशक हैं। वे वित्तीय समावेशन और छोटे और मध्यम उद्यमों (SMEs) के विकास के लिए काम कर रही हैं। उनके नेतृत्व में, IFC ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं।
5. किरण मजूमदार-शॉ
हालांकि किरण मजूमदार-शॉ का प्रमुख क्षेत्र बायोटेक्नोलॉजी है, लेकिन उन्होंने वित्तीय जगत में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है। बायोकॉन के माध्यम से, उन्होंने भारतीय वित्तीय बाजारों में निवेशकों का विश्वास बढ़ाया और बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में वित्तीय नवाचार को प्रोत्साहित किया। वे महिलाओं के उद्यमिता और वित्तीय सशक्तिकरण की समर्थक भी हैं।