Good Habbit Cycling : जब हम छोटे होते हैं तब हमें सबसे पहला वाहन साइकिल मिलता है। हम साइकिल चलाते हैं। गिरते हैं, टक्कर लगती है, पर साइकिल नहीं छूटती। सुबह-सुबह स्कूल साइकिल से जाना, फिर घर आना, कोचिंग जाना, दोस्तों के घर जाना सब कुछ साइकिल से ही तो करते हैं। पर जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं साइकिल को हम अपने से दूर कर देते हैं। वैज्ञानिकों की माने तो साइकिल चलाना हम आजीवन रख सकते हैं। ये हमारी बॉडी के लिए बहुत अच्छा होता है। अब जानिए किस तरह साइकिल चलाना हमारे तन और मन में एक ग़ज़ब का असर डालता है।
क्या हैं साइकिल चलाने के 5 फ़ायदे
1.तनाव दूर होता है
आपको बता दें, अगर हम सुबह या शाम साइकिल चलाना अपनी दिनचर्या में शामिल कर दें, तो ये हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए काफ़ी अच्छा होता है। हमारा तनाव दूर करता है और हम काफ़ी ख़ुश महसूस करते हैं। ध्यान रखें, साइकिल पहले धीमी गति में चलाएं।
2. गंभीर बीमारियों से निजात दिलाता है
साइकिल चलाने से हमारे शरीर से अनावश्यक वसा दूर होता है। यह कॉलिस्ट्राल को कम करता है। कैलोरीज़ के बर्न होने से हमें ऐनर्जी मिलती है, जिससे अनावश्यक बीमारियों का ख़तरा दूर हो जाता है। टाइप 2 डायबिटीज़, हार्ट बर्न, ऐसिडीटी, ओबीसिटी जैसी बीमारियां इससे दूर होती हैं।
3. मांसपेशियों को लचीला बनाता है
साइकिल चलाने के दौरान हमारी पूरी बॉडी का प्रयोग होता है, इससे शरीर के हर कोने में काम हो रहा होता है। ये ही कारण है कि शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है, और वह लचीली बनती है। मांसपेशियों के लचीले होने से हम फ़ुर्ती से काम कर पाते हैं। बॉडी में स्टेमिना बना रहता है।
4. पाचन-तंत्र के लिए अच्छा
साइकिल से डाइजेस्टिव सिस्टम मज़बूत बनता है। इसलिए हम जो कुछ खाते हैं, साइकिल चलाने से हमारा पाचन-तंत्र ज़्यादा अच्छे से उस पर काम कर पाता है। हमारे शरीर में फिर पेट संबंधी बीमारियां नहीं होतीं।
5. लंग्स को करे मज़बूत
साइकिल चलाने से हम जल्दी-जल्दी सांस लेते हैं और शुद्ध वायु का ग्रहण करते हैं। इससे न केवल हमारे फेफड़े मज़बूत होते हैं बल्कि उन्हें पोषण भी मिलता है। इसीलिए सुबह-सुबह साइकिल चलाना बहुत सही माना गया है। सुबह वातावरण में शुद्ध वायु होती है, प्रदूषण नहीं होता।
इस तरह आप अपने को साइकिल चलाकर तंदुरुस्त रख सकते हैं। साइकिल उतनी ही चलाएं जितना आपका शरीर अनुमति दे। याद रखें, हर चीज़ के अपने नफ़ा-नुक़सान होते हैं।