Eye Care: अकसर हम आंखों से अनजाने में खिलवाड़ कर जाते हैं जो आगे चलकर गंभीर परिणाम के रूप में सामने आता है। आंखें, आइस या नयन न केवल हमारी ख़ूबसूरती को बढ़ातें हैं बल्कि इनकी रौशनी चले जाने से हम कहीं के नहीं रह पाते। हालांकि आजकल कई तरह की सर्जरी के माध्यम से हम दोबारा अपनी आंखें पा सकते हैं लेकिन आंखों का ऑपरेशन हमेशा सक्सेसफुल हो जाए ऐसा ज़रूरी नहीं।
कैसे बचाएं आंखों की रोशनी
आंखों की रोशनी को बचाने के लिए हमें हरसंभव उपाय करने चाहिएं। इसके लिए कुछ भी क्यों न करना पड़ जाए। आंखें हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण भाग हैं। आइए जानें आंखों की रोशनी को कैसे बचाया जा सकता है :-
- चश्मा पहनें : विशेषज्ञों की मानें तो धूप में बाहर निकलने पर एक अच्छी क्वालिटी के गॉगल्स पहन कर बाहर निकलना चाहिए। इसके साथ ही अगर आंखें कमज़ोर हो गईं हैं तो हर समय चश्मा पहनें। कुछ लोग अपनी बहुत से मामलों के चलते आंखों में चश्मा नहीं पहनते हैं केवल काम के समय पहनते हैं। ऐसा करने से आंखें और बर्बाद होनी शुरू हो जाती हैं। बेहतर है आंखें कमज़ोर होने पर हर समय चश्मा लगाएं।
- अंधेरे में न पढ़ें : कुछ लोग अपनी आंखों को इग्नोर करते हुए अंधेरे में या कम रोशनी में पढ़ना शुरू कर देते हैं। इससे आंखों पर ज़ोर पड़ जाता है। आंखों में ज़्यादा ज़ोर पड़ने से आंखों की समस्याएं शुरू हो जाती हैं और आंखों की रोशनी को ख़तरा पहुंचता है। ऐसे में ज़रूरी है उचित रोशनी में ही पढ़ाई करें। कम लाइट अवाइड करें।
- मोबाइल/ कंप्यूटर से रहें दूर : आंखों के लिए मोबाइल और कंप्यूटर स्क्रीन ख़तरनाक बताई गई है। इससे निकलने वाली किरणें आंखों के रेटीना में दुष्प्रभाव करती हैं। इसके लिए ज़रूरी हैं इन चोज़ों का प्रीकॉशन के साथ इस्तेमाल करें। ये डिजिटल डिवाइस आंखों में कंप्यूटर या स्मार्टफ़ोन विजन सिंड्रोम पैदा करती हैं।
- पानी पिएं : ज़रूरी है आंखों के लिए उचित मात्रा मे पानी पिएं। जैसे हमारे शरीर को पानी की आवश्यकता होती है ऐसे ही हमारी आंखें भी पानी मांगती हैं। आंखों में पानी की कमी आंखों की रौशनी और उसकी लाइफ़ के लिए परेशानी खड़ा कर देती है।
- पौष्टिक खाएं : उचित मात्रा में पौष्टिक खाना, खाने में विटामिन ए, विटामिन सी और अन्य मिनरल्स आंखों के लिए ज़रूरी हैं। रोज़ाना की डाइट में हरे पत्तेदार फल-सब्ज़ी और ताज़ी सब्ज़ियों या फलों का ज़्यादा से ज़्यादा प्रयोग करें।
- जांच कराएं : किसी भी तरह की आंखों में परेशानी के समय तुरंत नेत्र विशेषज्ञ से परामर्श लें। आंखों की जांच को लेकर सतर्कता बरतें।
इस तरह आप अपनी आंखों का ध्यान रखकर आंखों की रोशनी को बचा सकते हैं।