Anxiety Issue: एंग्जाइटी एक तरह का मेंटल डिसऑर्डर है जो उस समय होता है जब हम किसी बात को बहुत ही गहराई से सोचते हैं और उस पर चिंतन-मंथन करके खुद को बीमार कर लेते हैं। एंग्जाइटी होना बहुत ही अच्छी बात नहीं है क्योंकि यह तभी होता है जब हम किसी बात को सोच-सोच कर अपने आप को डिप्रेशन की ओर ले जाते हैं। कुछ लोगों को अचानक बहुत ही ज्यादा गुस्सा आता है। बहुत ही घबराहट होती है। किसी बात को सुनकर उसके बाद के अंदर ही अंदर घुटन और घबराहट हो जाता है और बिना किसी बात की बहुत ही ज्यादा गुस्सा भी आता है और यह सब तब होता है जब वह किसी बात को बहुत ही गहराई से सोच रहे हो या फिर किसी बात से वह बहुत ही ज्यादा परेशान हो। यह किसी भी इंसान को कभी भी हो सकता है। आज के समय में लगभग युवाओं के अंदर इस तरह की गतिविधि पाई जा रही है। इसका एक ही उपाय है कि आप नियमित रूप से नींद ले और किसी बात को बहुत ही ज्यादा न सोचें। आइए जानते हैं कि इनसे निपटने के राज क्या-क्या हैं :-
1.हर रोज व्यायाम करें
योग और व्यायाम लगभग सभी बीमारियों के इलाज है इसलिए हम सभी को नियमित रुप से योग करना चाहिए। योग करने से हमे मानसिक तौर पर बहुत ही ज्यादा रिलैक्स महसूस होता है। हम किसी बात को बहुत ही गहराई से नहीं सोचते हैं। हम बहुत ही ज्यादा परेशान नहीं होते हैं। इसलिए हमें नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए क्योंकि यह हमारे सिर्फ और सिर्फ शरीर को ही नहीं बल्कि मानसिक तौर से भी हमें मजबूत और स्वस्थ बनाता है।
2.अरोमा थेरेपी
अरोमा थेरेपी का प्रयोग एंग्जाइटी की समस्या को दूर करने के लिए किया जाता है। अरोमा थेरेपी के दौरान एंग्जाइटी के शिकार हुए रोगियों को बहुत ही अलग-अलग प्रकार के खुशबुओं को सुंघाया जाता है जो उनके दिमाग में मौजूद रिसेप्टर्स को सक्रिय बनाते हैं और एंग्जाइटी की समस्या को दूर भगाने में मददगार साबित होते हैं।
3.धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें
जो लोग एंग्जाइटी की समस्या से परेशान है उनको कभी भी शराब और धूम्रपान का सेवन नहीं करना चाहिए। यह उनके लिए बहुत ही ज्यादा खतरा का विषय है। कुछ लोग ऐसा सोचते हैं कि हम शराब का सेवन करने से अपने सारी चिंताओं से मुक्त हो जाएंगे, लेकिन आप सिर्फ और सिर्फ कुछ क्षणों के लिए ही अपनी चिंताओं से मुक्त होंगे और यह आपको मानसिक रूप से बहुत ही ज्यादा ग्रसित कर सकता है। इसलिए शराब और ध्रुमपान के सेवन से बचें।
4.अच्छी नींद ले
हमें कोशिश करनी चाहिए कि हम चाहें कितने भी बिजी शेड्यूल में क्यों न हो हमें कम से कम 7 से 8 घंटा रात को जरुर सोना चाहिए क्योंकि इससे हमारे मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से हमें आराम मिलता है। सुबह उठकर फिर से हम फ्रेश अनुभव करते हैं और किसी भी प्रकार की चिंताओं से रहित महसूस करते हैं। इसलिए हमें नियमित रूप से नींद ग्रहण करनी चाहिए। यह हमें एंग्जाइटी जैसी समस्याओं से भी दूर करने में हमारी मदद करता है।
5.पौष्टिक आहार ले
जो लोग एंग्जाइटी की समस्या से ग्रसित है उन्हें हमेशा पौष्टिक और संतुलित आहार लेना चाहिए। भोजन हमारे हैल्थ पे पॉजिटिव और निगेटिव दोनो प्रकार से अपना असर डालता है। अगर हम अच्छा भोजन खाएंगे तो हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। अगर हम जंक फूड खाएंगे तो हमारा स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि घर में बनी हरी सब्जियां, फल, फूल, दूध आदि का सेवन करें और बाहर की जंक फूड से दूर रहें।