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Image Credit: The hunger project
5 major contributions of women in Indian politics: भारत की राजनीति में महिलाओं ने विभिन्न मोर्चों पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समय के साथ, महिलाओं ने न केवल राजनीतिक नेतृत्व में अपनी जगह बनाई है बल्कि सामाजिक और आर्थिक बदलावों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनकी प्रेरणादायक यात्रा ने नई पीढ़ी की महिलाओं को राजनीति और समाज सेवा में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया है। यहां पढिए भारत की राजनीति में महिलाओं के पांच प्रमुख योगदान क्या है।
भारत की राजनीति में महिलाओं के 5 प्रमुख योगदान
1. स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी
महिलाओं ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस समय में, महिलाओं ने न केवल अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन में भाग लिया बल्कि स्वतंत्रता के लिए अपने जीवन की आहुति भी दी। जैसे सरोजिनी नायडू, जिन्हें "भारत की कोकिला" के नाम से जाना जाता है, एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी और कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। उन्होंने नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। उसी प्रकार अरुणा आसफ अलीने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान अहम भूमिका निभाई और "तिरंगा ध्वज" फहराने के लिए जानी जाती हैं। उनकी भूमिका ने महिलाओं को स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
2. उच्च राजनीतिक पदों पर नेतृत्व
भारत में महिलाओं ने उच्च राजनीतिक पदों पर नेतृत्व करते हुए देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इंदिरा गांधी, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री, अपने समय में एक मजबूत और प्रभावशाली नेता थीं। उन्होंने हरित क्रांति, बैंकों का राष्ट्रीयकरण, और बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नीतियों और नेतृत्व ने भारतीय राजनीति में महिलाओं की भूमिका को नया आयाम दिया।
3. सामाजिक सुधारों में अग्रणी भूमिका
समाज में सुधार लाने के लिए महिलाओं ने कई नीतिगत बदलावों का नेतृत्व किया है। मेधा पाटेटकर जैसी नेताओं ने नर्मदा बचाओ आंदोलन के माध्यम से जनसाधारण के हक और पर्यावरण संरक्षण के लिए आवाज उठाई। इसी तरह, जयंती नटराजनने पर्यावरणीय कानूनों और नीतियों को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये महिलाएं सामाजिक न्याय और पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों पर दृढ़ता से खड़ी रहीं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास किया।
4. महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रयास
महिलाओं ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सुषमा स्वराज, जो भारत की विदेश मंत्री रहीं, ने न केवल विदेश नीति को मजबूत किया बल्कि महिलाओं के अधिकारों के लिए भी खड़ी रहीं। उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने भारतीय महिलाओं की सहायता के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए और विदेश में फंसी महिलाओं की मदद की। स्मृति ईरानी ने भी महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किया, विशेषकर बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत।
5. नई पीढ़ी के लिए आदर्श और प्रेरणा स्रोत
आज की युवा महिलाएं, राजनीति में सक्रिय और सफल महिलाओं को देखकर प्रेरित होती हैं। ममता बनर्जी, जो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं, ने अपनी दृढ़ता और नेतृत्व से युवाओं को प्रेरित किया है। उन्होंने अपनी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, को राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बनाया और राज्य में कई सामाजिक और आर्थिक सुधार लागू किए। मायावती, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री, ने दलितों और पिछड़े वर्गों के लिए काम करते हुए न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी पहचान बनाई।