Body Positivity: क्या “सब बॉडीज़ सुंदर हैं” असली एक्सेप्टेंस है या नया Aesthetic ट्रेंड?

आजकल सोशल मीडिया पर “बॉडी पॉज़िटिविटी” एक ट्रेंडी शब्द बन गया है। बड़े ब्रांड, फैशन कंपनियां और सोशल मीडिया पर लोग अब हर तरह की बॉडी को अपनाने की बात कर रहे हैं।

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Tamnna Vats
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Body Positivity: Is “All Bodies Are Beautiful” Real Acceptance or a New Aesthetic Trend?: आजकल सोशल मीडिया पर “बॉडी पॉज़िटिविटी” एक ट्रेंडी शब्द बन गया है। बड़े ब्रांड, फैशन कंपनियां और सोशल मीडिया पर लोग अब हर तरह की बॉडी को अपनाने की बात कर रहे हैं। लेकिन सवाल ये है, की क्या ये वाकई में सबको अपनाने की कोशिश है या बस एक नया ट्रेंड बनकर रह गया है?

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Body Positivity: क्या “सब बॉडीज़ सुंदर हैं” असली एक्सेप्टेंस है या नया Aesthetic ट्रेंड?

बॉडी पॉज़िटिविटी 

बॉडी पॉज़िटिविटी का असली मकसद है कि हर इंसान अपने शरीर को जैसा है वैसा ही स्वीकार करे और समाज की तय की हुई ‘खूबसूरती’ की परिभाषा से आज़ाद हो। मोटे, पतले, काले, गोरे, छोटे या लंबे हर शरीर अपनी तरह से खूबसूरत होता है, और किसी भी शरीर को लेकर शर्म महसूस नहीं होनी चाहिए। यह सोच खासकर उन लोगों के लिए हौसला देने वाली रही है, जिन्हें समाज ने सालों तक कमतर माना है।

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बॉडी पॉजिटिविटी एक दिखावा या सच्चाई? 

हाल के सालों में जबसे बॉडी पॉज़िटिविटी ट्रेंड में आया है, तबसे बहुत-से ब्रांड्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने इसे एक नए Aesthetic में बदल दिया है। अब प्लस-साइज़ मॉडल्स को ग्लैमरस मेकअप, स्टाइलिश कपड़े और परफेक्ट एंगल्स के साथ पेश किया जाता है। इससे एक अच्छी बात ये हुई कि अब अलग-अलग बॉडी टाइप्स को दिखाया जाने लगा है। लेकिन साथ ही ये सोचने की बात भी है, क्या ये वाकई में शरीर की असली स्वीकार्यता है, या सिर्फ एक नया 'लुक' बनाकर उसे मार्केटिंग का हिस्सा बना दिया गया है?

सोशल मीडिया और ट्रेंड

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सोशल मीडिया पर बॉडी पॉज़िटिविटी के नाम पर curated फोटोज़ और फिल्टर्ड रियलिटी दिखती है। सोशल मीडिया और असल जिंदगी में बड़ा फर्क होता है। अक्सर लोग यह मानने लगते हैं कि अपने शरीर को तभी अपनाना ठीक है जब वो ट्रेंड में हो या सोशल मीडिया पर दूसरों को पसंद आए। इसी सोच के चलते असली आत्म-स्वीकृति का मतलब कहीं पीछे छूट जाता है।

बॉडी पॉज़िटिविटी का मतलब एक्सेप्टेंस 

ज़रूरी नहीं है कि हर शरीर को सुंदर कहें, बल्कि यह ज़रूरी है कि हर शरीर को स्वीकार करें, क्योंकि हर शरीर अपने म खास होता है। चाहे वह समाज की सौंदर्य की परिभाषा में फिट हो या नहीं। बॉडी पॉज़िटिविटी का मतलब सिर्फ यह नहीं कि हर शरीर सुंदर है। इसका मतलब यह है कि हर शरीर योग्य है, प्यार पाने के लिए, इज्ज़त पाने के लिए, और एक अच्छा जीवन जीने के लिए।

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