/hindi/media/media_files/2025/02/27/2aEPl1Pm4hKIh1Oo1vfq.png)
Photograph: (amarujala)
Can Taking a Social Media Break Really Improve Your Life:आजकल हर घर में एक आम समस्या दिखती है – हर कोई फोन में खोया रहता है। सुबह उठते ही सबसे पहले फोन चेक करना, खाने के दौरान स्क्रॉलिंग करना और सोने से पहले तक स्क्रीन में डूबे रहना हमारी आदत बन गई है। बच्चे पढ़ाई छोड़कर वीडियो देखते रहते हैं, बड़े काम के बीच सोशल मीडिया में उलझे रहते हैं, और घर के बुजुर्ग इस बदलाव को देखकर परेशान होते हैं। एक ही छत के नीचे रहने के बावजूद लोग एक-दूसरे से कम बात करते हैं और स्क्रीन से ज्यादा जुड़े रहते हैं।
क्या सोशल मीडिया ब्रेक वाकई आपकी लाइफ को बेहतर बना सकता है?
धीरे-धीरे ये आदत हमारी मानसिक शांति, रिश्तों और सेहत को नुकसान पहुंचाने लगती है। लगातार स्क्रीन पर रहने से आंखों में जलन, सिरदर्द, स्ट्रेस और नींद की दिक्कतें बढ़ जाती हैं। सोशल मीडिया पर दूसरों की लाइफ देखकर अपनी लाइफ से असंतुष्टि महसूस होना आम बात हो गई है। लोग बिना सोचे-समझे तुलना करने लगते हैं और इससे मन में नेगेटिविटी बढ़ने लगती है।
परिवारों में भी सोशल मीडिया का असर साफ दिखता है। पहले लोग साथ बैठकर बातें करते थे, हंसी-मजाक होता था, लेकिन अब डिनर टेबल पर भी सब अपने-अपने फोन में लगे रहते हैं। बच्चे माता-पिता से कम बातें करते हैं, पति-पत्नी के बीच बातचीत कम हो जाती है, और दोस्तों के साथ भी मुलाकातें सिर्फ ऑनलाइन चैट तक सीमित हो जाती हैं।
जब ये समस्या हद से बढ़ जाती है, तो लोग महसूस करने लगते हैं कि उन्हें डिजिटल दुनिया से ब्रेक लेना चाहिए। जब कोई सोशल मीडिया से दूर होता है, तो वो अपने परिवार को ज्यादा वक्त देने लगता है, खुद को बेहतर महसूस करता है और असल जिंदगी को फिर से जीने लगता है। डिजिटल डिटॉक्स से मन शांत होता है, रिश्तों में नजदीकियां बढ़ती हैं और लाइफ ज्यादा बैलेंस्ड लगने लगती है।
"आपकी असली ज़िंदगी स्क्रीन के बाहर है, नोटिफिकेशन आपके लम्हों पर हावी न होने दें "