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Digital Detox Photograph: (Pinterest)
How to regain your lost peace by staying away from the screen: आज की दुनिया में जब हर किसी की सुबह मोबाइल नोटिफिकेशन से शुरू होती है और रात इंस्टाग्राम रील्स पर खत्म तब 'डिजिटल डिटॉक्स' महज़ एक शब्द नहीं, बल्कि ज़रूरत बन चुका है। लगातार स्क्रीन पर नज़रें गड़ाए रखना न सिर्फ हमारी आंखों को थका देता है, बल्कि दिमाग को भी बेचैन बना देता है। ऐसे में सवाल ये उठता है क्या हम वाकई इस Digital शोर से बाहर निकलकर दोबारा शांति महसूस कर सकते हैं?
स्क्रीन से दूरी बनाकर कैसे लौटाएं अपनी खोई हुई शांति
डिजिटल ओवरलोड
जब हर मिनट में एक नई अपडेट, एक नई Post, एक नया मैसेज हमारी तरफ़ दौड़ता आता है, तो हमारी मानसिक शांति कहीं पीछे छूट जाती है। मोबाइल, लैपटॉप, टीवी और टैब ये सभी डिवाइसेज़ हमें जानकारी देते हैं, मगर साथ ही हमारी सोचने और ठहरने की क्षमता को भी धीरे-धीरे खत्म कर रहे हैं।
Digital Detox क्या है?
डिजिटल डिटॉक्स का मतलब है कुछ समय के लिए खुद को डिजिटल डिवाइसेज़ और सोशल मीडिया से पूरी तरह या आंशिक रूप से दूर रखना। ये ब्रेक आपके दिमाग को फिर से रीसेट करने का मौका देता है, ताकि आप खुद से जुड़ सकें, अपने विचारों को साफ़ कर सकें और बाहरी शोर से निकलकर भीतरी शांति पा सकें।
स्क्रीन से दूरी कैसे बनाएँ?
दिन की शुरुआत खुद से करें, मोबाइल से नहीं। सुबह उठते ही कुछ देर मेडिटेशन करें या जर्नल लिखें। इससे मन स्थिर होता है। घर में कुछ जगहें और समय ऐसे तय करें जहां मोबाइल की इजाज़त न हो, जैसे डाइनिंग टेबल या सोने से एक घंटा पहले। फोन में टाइम लिमिट लगाएं। Instagram या WhatsApp पर रोज़ कितना समय बिताना है ये खुद तय करें और उस पर टिके रहें। पढ़ाई, ड्राइंग, बागवानी, किताबें पढ़ना, सैर करना ऐसी एक्टिविटीज़ जो बिना स्क्रीन के होती हैं, उन्हें दिनचर्या में शामिल करें। हफ्ते में एक दिन पूरी तरह बिना फोन के बिताएं। शुरू में मुश्किल लगेगा लेकिन कुछ ही समय में आपको वो सुकून मिलेगा जो आज के दौर में दुर्लभ हो गया है।
डिजिटल डिटॉक्स से मिलने वाले फायदे
बेहतर नींद और कम तनाव, फोकस बढ़ता है और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार आता है. खुद के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का मौका, रिश्तों में गहराई और बातचीत में सच्चाई
डिजिटल दुनिया ने हमें बहुत कुछ दिया है, लेकिन वो सुकून नहीं, जो हमारी आत्मा चाहती है। अगर आप वाकई चाहते हैं कि आपकी खोई हुई शांति वापस लौटे, तो थोड़ा थमिए, स्क्रीन से दूरी बनाइए और अपने भीतर झांकिए। यकीन मानिए, असली सुकून वहीं है।