How Your Sleeping Position Affects Your Health: आप जब भी सोते हैं, तो आपका शरीर किसी न किसी तरह की आसन में होता है। क्या आप जानते हैं कि आपका सोने का तरीका आपके स्वास्थ्य पर क्या असर करता है? विशेषज्ञों का कहना है कि आपका सोने का तरीका आपकी रीढ़, गर्दन, पीठ, सांस लेने और पाचन क्रिया पर प्रभाव डालता है। इसलिए, आपको अपने सोने के आसन को ध्यान से चुनना चाहिए। सोने के तरीकों को मुख्य रूप से तीन श्रेणियों में बांटा जा सकता है: पेट के बल, पीठ के बल और बगल के बल। इनमें से प्रत्येक का आपके स्वास्थ्य पर अलग-अलग प्रभाव होता है।
आपकी नींद का तरीका आपके स्वास्थ्य पर कैसा प्रभाव डालता है?
1.पेट के बल सोना
पेट के बल सोने वाले लोगों को अक्सर सोते समय अशांति और घूमने की आदत होती है। इस तरह सोना आपकी गर्दन और निचली पीठ पर तनाव पैदा कर सकता है, क्योंकि आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी नहीं रहती। इसके अलावा, इस तरह सोना आपकी सांस लेने और पाचन क्रिया को भी प्रभावित कर सकता है। अगर आप पेट के बल सोना पसंद करते हैं, तो आपको बहुत हल्का या कोई भी तकिया नही लगाना चाहिए, ताकि आपकी गर्दन को आराम मिल सके।
2.पीठ के बल सोना
पीठ के बल सोने वाले लोगों को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि खर्राटे, नींद अपने, पीठ दर्द और एसिडिटी। इस तरह सोना आपकी जीभ को पीछे की ओर ढलने और आपकी श्वास नली को रोकने का कारण बन सकता है, जिससे आपको खर्राटे की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, इस तरह सोना आपकी पीठ को झुकाने और आपके पेट में तेजाब बनने का कारण बन सकता है, जिससे आपको पीठ दर्द और एसिडिटी की शिकायत हो सकती है। अगर आप पीठ के बल सोना पसंद करते हैं, तो आपको अपने घुटनों के नीचे एक तकिया लगाना चाहिए, ताकि आपकी पीठ को सहारा मिल सके।
3.बगल के बल सोना
बगल के बल सोने वाले लोगों को कई फायदे हो सकते हैं, जैसे कि खर्राटे और एसिडिटी कम होना, पीठ दर्द और गर्भवती महिलाओं को आराम मिलना। इस तरह सोना आपकी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है, आपकी सांस लेने को सुधारता है और आपके पेट को दबने से बचाता है। लेकिन इस तरह सोना आपकी गर्दन और कंधों पर दबाव डाल सकता है, जिससे आपको अकड़न और दर्द हो सकता है। अगर आप बगल के बल सोना पसंद करते हैं, तो आपको अपने गर्दन के आकार के अनुसार एक तकिया चुनना चाहिए, ताकि आपकी गर्दन को सही ढंग से सहारा मिल सके।
4.सोने के आसन को बदलने का तरीका
आपको अपने सोने के आसन को धीरे-धीरे और नियमित रूप से बदलना चाहिए, ताकि आपका शरीर उससे आदत डाल सके। आपको अपने आसन को बदलने के लिए कुछ व्यायाम और योगासन भी करने चाहिए, जो आपकी रीढ़, गर्दन और पीठ को मजबूत और लचीला बनाएं।
5.अपनी सेहत के अनुसार चुने
आपको अपने सोने के आसन को अपनी सेहत और जरूरत के अनुसार चुनना चाहिए। कुछ लोगों को किसी विशेष आसन में सोना फायदेमंद हो सकता है, जैसे कि गर्भवती महिलाओं को बाएं बगल के बल सोना चाहिए, जबकि कुछ लोगों को किसी विशेष आसन से बचना चाहिए, जैसे कि अस्थमा या कार्डियक रोगी को पीठ के बल सोना नहीं चाहिए।