Narcissist And Symptoms: नर्सिसिस्ट इंसान अपने आपको बहुत ही ख़ास मानते हैं। वे दूसरे लोगों से बहुत अटेंशन और तारीफ चाहते हैं। ऐसे लोग दूसरों की भावनाओं की परवाह नहीं करते।
जानें नर्सिसिस्म और इसके लक्षणों के बारे में
हम सब लोग कभी-कभार नर्सिसिस्ट की तरह बिहेव कर सकते हैं, लेकिन असली नर्सिसिस्ट लोग अक्सर दूसरों या उनकी फीलिंग्स को इग्नोर करते हैं। वे यह भी नहीं समझ पाते कि उनके व्यवहार का दूसरे लोगों पर क्या असर पड़ता है। किसी इंसान में नर्सिसिस्ट होने के कई कारण कई कारण हो सकते हैं जैसे कि बचपन में माता पिता का बिहेवियर, बैकग्राउंड, या फिर जेनेटिक कारण भी हो सकता है। ये लोग देखने में अक्सर नार्मल ही होते हैं लेकिन अगर हम इनके बिहेवियर को ध्यान से नोटिस करेंगे तो आप जान पाएंगे कि इंसान नर्सिसिस्ट है या नार्मल। आइए बात करते हैं कुछ लक्षणों की।
1. दिखने में इनोसेंट, अंदर से चालाक
नर्सिसिस्म का सिम्प्टम है कि ये लोग बहुत ही कंट्रोल्ड बिहेवियर दिखाते हैं। पहले-पहल आपको इम्प्रेस करने के लिए कुछ भी करेंगे लेकिन फाइनली बात उनकी ज़रूरतों को पूरा करने पर ही आकर टिकेगी। वे अपनी बात मनवाने के लिए दूसरों को टॉर्चर तक कर सकते हैं।
2. नहीं बन सकते किसी के हमदर्द
नर्सिसिस्ट लोग कभी दूसरों के दुःख-दर्द को नहीं समझ पाते। ये लोग दूसरे लोगों की जरूरतों, चाहतों या इमोशंस के प्रति एम्पथी रखने में इंटरेस्टेड नहीं होते। अपने बेहेवियर की जिम्मेदारी लेना तो उनके लिए बहुत ही मुश्किल होता है।
3. सबसे ख़ास हूँ मैं
नर्सिसिस्म का एक मेन लक्षण यह है कि वे यह मानते हैं कि वे खुद को दूसरों से सुपीरियर समझते हैं और उन्हें ख़ास ट्रीटमेंट मिलना चाहिए। वे यही चाहते हैं कि लोग उनकी इच्छाओं का ही पालन करें। उन्हें यह भी लगता है की कोई भी रूल उनके लिए नहीं है।
कुछ करना ही है तो तारीफ करो न
यह सिम्प्टम तो बहुत आम होता है नर्सिसिस्ट ट्रेट वाले व्यक्ति में। वे आपसे हमेशा अपनी तारीफें सुनना चाहते हैं। वे आपके सामने अपनी ही तारीफों के पुल बांधेंगे और बढ़ा चढ़ा कर कहेंगे। फिर वे आपसे एक्सपेक्ट करेंगे कि आप उनकी तारीफों के पुल बांधें और इसे जारी रखें। अपनी ईगो को सेटिस्फाई करने के लिए वे आपसे यह भी चाहेंगे कि आप उनको हमेशा अप्रीशीएट करते रहें।
नर्सिसिस्ट व्यक्ति पहले से ही खुद को दूसरों से ऊपर मानते हैं, इसलिए जब उन्हें वह ट्रीटमेंट नहीं मिलता जिसके वे हकदार हैं तो वे बहुत रुड हो सकते हैं। अपने अहंकार पर चोट लगने पर ये लोग उनसे भी मिस्बेहेव कर सकते हैं जिन्हें वे खुद से नीचे समझते हैं।