Red Flags Of Therapist: जब भी हम किसी मानसिक समस्या का सामना करते हैं तब थेरेपी की मदद लेना बिल्कुल भी गलत नहीं है बशर्ते आपका थैरेपिस्ट आपको समझें, आपको जानने की कोशिश करें और आपको सही गाइडेंस दे। यह जरूरी नहीं कि हर थैरेपिस्ट आपके लिए सही हो सकता है। उनमें भी कुछ कमियां या फिर गलत चीज हो सकती हैं जिन्हें हम रेड फ्लैग कह देते हैं। ऐसा व्यक्ति आपकी एनर्जी ज्यादा देता है और आपकी समस्या का समाधान कम करता है तो आईए जानते हैं थैरेपिस्ट के रेड फ्लैग के बारे में-
थैरेपिस्ट के ये 10 रेड फ्लैग्स मत करें इग्नोर
सेशन के बाद आप रिलैक्स महसूस नहीं करते
थैरेपिस्ट के पास हम इसलिए जाते हैं ताकि हम अपनी मानसिक समस्याओं का समाधान कर सके हमारा मन जो हमेशा स्ट्रेस और एंजायटी से भरा रहता है उसको रिलैक्स कर सके। लेकिन जब थेरेपी सेशन में हमें संतुष्टि नहीं मिल रही है, उसके बाद भी हमारा माइंड रिलैक्स नहीं हो रहा है तो वह थैरेपिस्ट का सबसे बड़ा रेड फ्लैग है। इसे इग्नोर मत करें।
उनकी थेरपी काम नहीं कर रही
जिस भी थैरेपिस्ट से आप थेरेपी ले रहे हैं अगर वह काम नहीं कर रही है और आपको जो उनसे चाहिए वह नहीं मिल रहा है। इसके साथ ही उनके द्वारा आपको जो भी मेथड बताई जा रहे हैं वह भी मदद नहीं कर रहे हैं और आपकी स्थिति में भी कोई सुधार नहीं दिख रहा है। तब यह थैरेपिस्ट का रेड फ्लैग है। आप बस अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।
आपको ऐसा लग रहा है कि सुना नहीं जा रहा
थेरेपी में जब तक आपका मन संतुष्ट नहीं होता तब तक आपको उनको बताते रहना चाहिए। जब भी आपको ऐसा लगे कि आपको सुना नहीं जा रहा है या फिर आपके बारे में ज्यादा बात नहीं की जा रही है और आपकी प्रोब्लेम्स को इग्नोर किया जा रहा है तब जरूर थैरेपिस्ट को बदले। यह भी एक रेड फ्लैग है।
आपकी बताई हुई बातें भूल जाते हैं
थैरेपिस्ट के ऊपर बहुत सारी जिम्मेदारियां होती है उसे आपकी हर छोटी से छोटी डिटेल का भी ध्यान रखना होता है क्योंकि यह सब बातें आपके इलाज में बहुत काम आ सकती है। जब आप उन्हें कोई बात बता रहे हैं उनके द्वारा उसे पर काम नहीं किया जा रहा और वह भूलते भी जा रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि उनको आप में कोई रुचि नहीं है, तब ऐसे थैरेपिस्ट को छोड़ने में ही भलाई है।
आपकी फीडबैक को नहीं मानना
फीडबैक बहुत महत्वपूर्ण चीज है यह आपकी ग्रंथ और अच्छे रिजल्ट लाने में बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है अगर आपकी तरफ से फीडबैक दी जा रही है थैरेपिस्ट को यह बात बताई जा रही है कि आप उनकी तरफ से आपको जो मेथड दिए जा रहे हैं या जो भी प्रक्रिया वह उसे कर रहे हैं वह उन पर काम नहीं कर रही है तो थैरेपिस्ट खुद से सुनना चाहिए क्योंकि इससे ही वह आपको वह चीज दे सकते हैं जिसकी आपको सच में जरूरत है तो यह भी एक थैरेपिस्ट का रेड फ्लैग है अगर वह आपकी फीडबैक को नहीं मान रहा है
आपको जज करते हैं
थैरेपिस्ट एक ऐसा व्यक्ति होता है जिससे हम छोटी से छोटी बात बताते हैं। कई बार वह इतनी पर्सनल होती है कि हम अपने पर्सनल लोगों के साथ भी वह बातें नहीं की होती। थैरेपिस्ट आपकी बातों का मजाक बनाएं और आपको जज करें। आप पर शर्म महसूस करें यह उसका अधिकार नहीं है। उसे जानकारी को आपके इलाज के लिए इस्तेमाल करना है।
आपको हमेशा के लिए थेरपी में रखना चाहते हैं
थैरेपिस्ट आपका इलाज नहीं कर रहा या मेथड को चेंज नहीं कर रहा आपको बार-बार सेशन के लिए बुलाया जा रहा है। आपके साथ सिर्फ बातें की जा रही है लेकिन आपकी प्रोब्लेम्स का सॉल्यूशन नहीं निकाला जाता इसका मतलब है कि थैरेपिस्ट आपको हमेशा के लिए थेरेपी में रखना चाहता है।
आपके समय की वैल्यू नहीं करते
अगर आपका थैरेपिस्ट आपके टाइम या आपकी वैल्यू नहीं कर रहा है तो ऐसे थैरेपिस्ट के साथ कोई भी रिश्ता रखने की जरूरत नहीं है आप तुरंत कोई और थैरेपिस्ट की तलाश करें।