Signs Of Self Rejecting: आपके साथ ऐसा बहुत बार हुआ होगा कि आपने काम करने से पहले ही यह सोच लिया होगा यह मेरे से नहीं होगा या मैं नहीं कर सकता। लेकिन अगर आप एक स्टेप ले लेते तो शायद आप वह कर जाते जो आपने नहीं सोचा था। ऐसे व्यवहार को सेल्फ रिजेक्टिंग कहते हैं। आज हम इसके बारे में ही जानेंगे-
क्या है सेल्फ रिजेक्सन?
यह एक तरह की नेगेटिव थिंकिंग है जिसमें हम खुद कुछ करने के पहले ही नकार देते हैं क्योंकि हमें लगता है कि हम नहीं कर सकते या हम उस काम में परफेक्शन चाहते हैं। उदाहरण के तौर पर मान कर चलते हैं- जॉब की पोस्टिंग निकली है आपने उसमें इसलिए अप्लाई नहीं किया क्योंकि आप ऐसा मानते थे कि आपका सिलेक्शन नहीं होगा या फिर आप फेल हो जाओगे।
SELF CARE: क्या आप भी कर रहे हैं खुद को रिजेक्ट जानिए लक्षण
खुद को नकार देना
जब आप खुद को रिजेक्ट करते हैं तब आपके मन में ऐसा होता है कि सामने वाले लोग आपको स्वीकार नहीं करेंगे। वह आपको अपने साथ शमिल नहीं करेंगे। ऐसे आप खुद को रिजेक्ट कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में आप सामने वाले के रिजेक्ट करने से पहले ही ऐसा कर देते हैं।
किसी चीज में भाग नहीं लेना
आप किसी भी चीज में भाग नहीं लेते हैं चाहे वह कोई फंक्शन, पार्टी या कोई इवेंट हो। क्योंकि आपको लगता है कि आपकी इतनी वैल्यू नहीं होगी या फिर आपकी मौजूदगी को इतना सेलिब्रेट नहीं किया जाएगा। जिस कारण आप नहीं भाग लेते लेकिन यह सब आपके मन की बातें हैं, असलियत इससे कोसों दूर है।
खुद की उपलब्धियों को नहीं मानते हैं
सेल्फ रिजेक्टिंग में व्यक्ति खुद की सक्सेस और अचीवमेंट या किसी भी अच्छी चीज को सेलिब्रेट नहीं करते हैं। आपको लगता है कि सामने वाले क्या सोचेंगे या उन्हें अच्छा नहीं लगेगा कि आप खुद ही अपनी अच्छी बातों को हाईलाइट या फिर दिखा रहे हैं। जिस कारण आप अपनी अच्छी साइड भी दबा कर रखते हैं और खुद को खुलने नहीं देते हैं।
मौके बर्बाद कर देते हैं
सेल्फ रिजेक्शन में व्यक्ति इतने सारे मौके के खुद ही बर्बाद कर देता है क्योंकि उसको अपने ऊपर आत्मविश्वास नहीं होता। उसे लगता है कि वह कर नहीं पाएगा या फेल हो जाएगा। उदाहरण के तौर पर कोई जॉब ओपनिंग है आप उसमें इसलिए अप्लाई नहीं करते क्योंकि आपको लगता है कि मैं फेल हो जाऊंगा या मेरा सिलेक्शन नहीं होगा। स्कूल और कॉलेज में कोई फंक्शन है। आप उसमें पार्टिसिपेट नहीं करते क्योंकि आपको लगता है कि आप अच्छा नहीं कर पाएंगे।
मना नहीं करते
सेल्फ रिजेक्ट लोगों को मना करने में बहुत समस्या आती है। वह आसानी से ना नहीं कह पाते। अगर उन्हें कोई चीज कंफर्टेबल नहीं लग रही है, वह इसलिए उस चीज को मना नहीं कर पाते क्योंकि उन्हें लगता है कि सामने वाला क्या सोचेगा।
दुनिया को खुद की साइड दिखाने से डरते हैं
जो लोग सेल्फ रिजेक्टिंग होते हैं उन्हें लगता है कि अगर वह अपने आप को वैसा दिखाएंगे कि जैसे वह हैं उन्हें स्वीकार नहीं किया जाएगा। उनके मन में डर बना रहता है। उनमें सेल्फ एस्टीम की कमी होती है। जिस कारण वह दुनिया के ढांचे को खुद में ढालने की कोशिश करते हैं।