Tips To Manage Productivity Guilt: यह ऐसी भावना है जिसमें आपको लगता है कि आप अपने गोल को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। आप कुछ ऐसा नहीं कर रहे हैं जिससे करियर को फायदा हो सकता है। इसके कारण आपके अंदर निराशा की भावना आ जाती है कि आपने अभी तक कुछ भी प्रोडक्टिव नहीं किया है जो आपको टॉक्सिक प्रोडक्टिविटी और लेकर जा सकता है। यहां पर आप एक मिनट भी बर्बाद नहीं करेंगे और पूरा समय अपना काम को ही देंगे जो आपकी पर्सनल और वर्क लाइफ में बैलेंस बिगाड़ सकता है। आइये जानते हैं कि इसके साथ कैसे डील किया जा सकता है-
Productivity Guilt को मैनेज करने के लिए आजमाएं ये 6 टिप्स
Real goals for a day
अगर आप प्रोडक्टिविटी के साथ मैनेज करना चाहते हैं तो आप ऐसे गोल या फिर अपेक्षाएं रखें जो आप एक दिन में पूरा कर सकते हैं। जब आप ऐसे गोल सेट करेंगे जो आप खुद नहीं पूरा कर सकते हैं या आपकी इतनी क्षमता नहीं है तब आपको प्रोडक्टिविटी गिल्ट होगा क्योंकि आप उनको हासिल नहीं कर पाएंगे। इसलिए एक दिन में सभी गोल को पूरा करने की कोशिश मत कीजिए। अपने दिन में जो आपकी प्रायोरिटी है उन्हें पहल दीजिए। अगर आपके टास्क अगले दिन भी जा रहे हैं तो उसमें भी कोई समस्या नहीं है।
Don't be perfectionist
जब हम अपने गोल में परफेक्शनिस्ट लाने की कोशिश करते हैं तब हमारी प्रोडक्टिविटी कम होती है। मान लीजिए, एक दिन में 10 काम करने के लिए सोचे हैं लेकिन अगर आप उनमें से पांच काम कर रहे हैं तो आप गिल्ट में आ जाएंगे। सबसे जरूरी है काम करना इसलिए अपने काम को प्रायोरिटी के हिसाब से ही कीजिए। जितना हो रहा है उतना कीजिए। स्माल स्टेप से शुरू कीजिए। धीरे-धीरे आपकी प्रोडक्टिविटी बढ़ती जाएगी।
Enjoy the journey
इतनी जल्दी मंजिल पर पहुंचने की कोशिश मत कीजिए। छोटे-छोटे स्टेप से ही आप अपनी मंजिल के करीब पहुंचेंगे। खुद में सुधार लाने की कोशिश कीजिए। जितना आप जर्नी से भागेंगे उतना ही आप स्ट्रेंस और डिप्रेशन में रहेंगे। इसलिए छोटे-छोटे स्टेप को एंजॉय करना शुरू कीजिए और उन्हें सेलिब्रेट करना शुरू कीजिए जो भी आप माइलस्टोन अचीव कर रहे हैं। इससे आपको मोटिवेशन मिलेगी और आगे बढ़ाने में हिम्मत मिलेगी।
Avoid Comparison
हर एक की जिंदगी हालात और गोल अलग-अलग है। उनकी फाइनेंशियल, मानसिक और शारीरिक क्षमता भी अलग हो सकती है। इसलिए दूसरों के साथ खुद की तुलना करना बिल्कुल बंद कीजिए। यह आपकी मानसिक सेहत पर बहुत बुरा प्रभाव डालेगी और आप अपने आप को गिल्ट में से कभी निकल नहीं पाएंगे। इसके उल्ट आप अपने ऊपर फोकस कीजिए।
Break
कुछ लोग प्रोडक्टिविटी के पीछे इतना भागते हैं कि वह सारा दिन काम करते रहते हैं।जिसके कारण वह जल्दी ही बर्न आउट हो जाते हैं। शुरुआत के दिनों मे बहुत ज्यादा प्रोडक्टिविटी करते हैं लेकिन बाद में वह बीमार हो जाते हैं या उनका काम करने का मन नहीं करता। इसलिए काम के बीच में ब्रेक और नैप लेना बहुत जरूरी है। यह आपको ऊर्जा देगा और आप रिफ्रेश होकर काम करेंगे।
Balance Work-life balance
काम के पीछे इतना मत भागें कि आपकी पर्सनल लाइफ की धज्जियां उड़ जाए। इसे भी एंजॉय करना बहुत जरूरी है एक दिन ऐसा रिजर्व करें जो खुद के और फैमिली के निकालेंगे। आपके लिए लाइफ का कोई मोटिव होना चाहिए। आपके करियर गोल एक अलग चीज है लेकिन असलियत में हैप्पीनेस, ग्रिटीट्यूड, सेल्फ एक्सप्लोरेशन और ट्रैवलिंग भी बहुत जरूरी है। इन चीजों से लाइफ में एक बैलेंस बना रहता है।