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Self Care: जानिए सेल्फ केयर कितने प्रकार की होती है?

सेल्फ केयर बहुत जरूरी है। इससे शारीरिक और मानसिक सेहत में संतुलन बना रहता है हम सब अपनी सेल्फ केयर की तरफ इतना ध्यान नहीं देते हैं लेकिन यह इसकापकी आपकी ओवरऑल वेल बीइंग में महत्वपूर्ण योगदान है।

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Rajveer Kaur
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Self Care

Types Of Self Care: सेल्फ केयर बहुत जरूरी है। इससे शारीरिक और मानसिक सेहत में संतुलन बना रहता है हम सब अपनी सेल्फ केयर की तरफ इतना ध्यान नहीं देते हैं लेकिन यह इसकापकी आपकी ओवरऑल वेल बीइंग में महत्वपूर्ण योगदान है। इस तरीके से आप खुद के ज्यादा नजदीक भी आ सकते हैं और खुद को जान भी सकते हैं। सेल्फ केयर कई प्रकार  की होती है आईए जानते हैं। चलिए इनके बारे में जानते हैं-

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Self Care: जानिए सेल्फ केयर कितने प्रकार की होती है?

Physical Self Care

शारीरिक सेल्फ केयर बहुत अहम है। अगर हमारा शरीर तंदुरुस्त रहेगा तब भी हम चुस्ती फूटी चुस्ती से सब काम कर पाएंगे और हम ऊर्जावान महसूस करेंगे। शारीरिक सेल्फ केयर के लिए अपने स्लीप पैटर्न पर ध्यान दीजिए। रोजाना 7 से 8 घंटे की नींद पूरी कीजिए। इसके साथ ही एक्सरसाइज पर को अपनी आदत बनाएं। आप सुबह सैर पर भी जा सकते हैं। शरीर को एक्टिव रहने के लिए पौष्टिक तत्वों की भी जरूरत होती है। इसके लिए भी आप पौष्टिक आहार खाएं और जंक फूड को अवॉयड करें। अल्कोहल और सिगरेट से दूर रहे।

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Mental Self Care

हम ज्यादातर अपनी शारीरिक सेहत पर ध्यान देते हैं लेकिन मेंटल हेल्थ को इग्नोर कर देते हैं लेकिन अपनी मेंटल हेल्थ का ध्यान रखना सबसे जरूरी है। इसके लिए आप जर्नल लिख सकते हैं। मेडिटेशन का सहारा भी ले सकते हैं और माइंडफुल टेक्निक्स भी आपके काम आ सकती हैं। खुद को क्रिएटिव बनाने के लिए आप बुक या कोई आर्ट भी फॉलो कर सकते हैं। अगर आपको बहुत ज्यादा कंफ्यूजन हो रही हो या चीज समझ नहीं आ रही हो और स्ट्रेस फील  कर रहे हैं तो आप अपने थॉट्स को लिख सकते हैं या बोलकर उन्हें बाहर निकाल सकते हैं।

Emotional Self Care

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शारीरिक और मानसिक सेल्फ केयर के साथ भावनात्मक सेल्फ केयर भी बहुत जरूरी है। अपने इमोशंस को व्यक्त करना और उन्हें समझना भी सेल्फ केयर का ही हिस्सा है। इसके लिए आप थैरेपिस्ट से बात कर सकते हैं। इसके साथ ही खुद के साथ बात करें। अपनी फिलिंग्स को समझे और उन्हें स्वीकार कीजिए। दूसरे लोगों से कम्युनिकेशन कीजिए। अपनी भावनाओं को अपने अंदर मत रखें। उन्हें किसी भी तरीके जैसे लिखकर, बोलकर या फिर सुनकर व्यक्त कीजिए। अगर आपका रोने का मन कर रहा है तो उसे अपने अंदर दबाकर मत रखें क्योंकि रोना कमजोरी की निशानी नहीं है। इससे भी आप अच्छा महसूस करेंगे।

Social Self Care

जिंदगी में हम सब कुछ अकेले नहीं कर सकते। हमें लोगों का साथ चाहिए। इसलिए सोशल सेल्फ केयर का ध्यान बहुत रखना जरूरी है। सोशल सेल्फ केयर के लिए आप.कम्युनिटी या ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर लोगों के साथ जुड़ सकते हैं। अपने दोस्तों को मिलिए। उनके साथ बातें कीजिए और ट्रिप प्लान करें। इससे भी आपकी मेंटल हेल्थ और फिजिकल हेल्थ पर बहुत अच्छा असर पड़ेगा। आप खुद भी बहुत अच्छा महसूस करेंगे।

Spiritual Self Care

आध्यात्मिक रूप से भी स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। इसके लिए मेडिटेशन और प्राथना बहुत अच्छी चीज है। दिन में आप एक बार इसे जरूर अपनाएं। लोगों के साथ दयालता में रहे। जरूरत पड़ने पर दूसरों की मदद करें। इससे आपको दूसरे लोग आशीर्वाद देंगे जो आपकी बहुत काम आ सकता है। 

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