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Why does sweating cause itching Easy ways to avoid it: गर्मियों के मौसम में पसीना आना आम बात है, लेकिन कई बार यही पसीना त्वचा पर खुजली, रैशेज और जलन का कारण बन जाता है। अधिक पसीना आने से त्वचा के रोमछिद्र बंद हो सकते हैं, जिससे घमौरियां (Heat Rash) या अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि गर्मियों में पसीने से होने वाली खुजली क्यों होती है और इससे बचने के क्या आसान उपाय हैं।
बार-बार पसीने से खुजली क्यों होती है? बचने के आसान उपाय
पसीने से खुजली होने के मुख्य कारण
पसीने से खुजली होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहले, घमौरियां (Heat Rash) एक प्रमुख वजह है, जो पसीने की ग्रंथियों के बंद होने के कारण होती है। इससे Skin पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं, जिनमें खुजली और जलन होती है। दूसरा कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन है, क्योंकि पसीने के कारण त्वचा पर नमी बढ़ जाती है, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इसके अलावा, कुछ लोगों को पसीने में मौजूद नमक या अन्य तत्वों से एलर्जी होती है, जिससे डर्मेटाइटिस या खुजली की समस्या हो सकती है। फंगल इंफेक्शन भी एक बड़ी वजह है, क्योंकि गीली त्वचा पर फंगस (जैसे रिंगवर्म) आसानी से फैल सकती है, जिससे लाल दाने और तेज खुजली होती है।
पसीने से होने वाली खुजली से बचाव के उपाय
पसीने से होने वाली खुजली से बचने के लिए सबसे जरूरी है साफ-सफाई का ध्यान रखना। दिन में कम से कम दो बार ठंडे पानी से नहाना चाहिए और पसीना आने पर तुरंत साफ कपड़े से पोंछ लेना चाहिए। सूती और हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए, क्योंकि ये पसीना आसानी से सोख लेते हैं। नहाते समय एंटी-बैक्टीरियल साबुन या बॉडी वॉश का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है, खासकर नीम, चंदन या टी-ट्री ऑयल वाले उत्पादों का।
खुजली वाली जगह पर बेबी पाउडर या calamine lotion लगाने से आराम मिलता है। नारियल तेल या Aloe vera gel भी सूजन और खुजली को कम करने में मदद करते हैं। शरीर को hydrated रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। नींबू पानी, छाछ और नारियल पानी जैसे पेय पदार्थ शरीर को ठंडा रखते हैं और पसीने की समस्या को कम करते हैं।
तेज धूप और गर्मी से बचने के लिए बाहर निकलते समय सनस्क्रीन लगाना और छाते का उपयोग करना फायदेमंद होता है। साथ ही, ज्यादा देर तक एसी या पंखे के सामने नहीं बैठना चाहिए, क्योंकि इससे त्वचा रूखी हो सकती है। खानपान में भी बदलाव करना जरूरी है। मसालेदार और तला हुआ भोजन कम खाना चाहिए, क्योंकि यह पसीने को बढ़ाता है। इसके बजाय विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरा, आंवला और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
अगर खुजली और रैशेज दो-तीन दिन में ठीक नहीं होते हैं या दानों से पस या खून निकलने लगता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसी तरह, अगर खुजली के साथ बुखार या तेज जलन हो रही हो, तो यह गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है, जिसमें त्वचा विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है।
गर्मियों में पसीने से होने वाली खुजली और रैशेज से बचने के लिए साफ-सफाई और सही देखभाल बहुत जरूरी है। ऊपर बताए गए उपायों को अपनाकर आप इस समस्या से आसानी से निजात पा सकते हैं। अगर समस्या गंभीर हो, तो तुरंत डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें।