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Image: (Freepik)
Women Must Know These Workload Management Tips: आज के समय में महिलाएं घर के साथ-साथ ऑफिस, परिवार, बच्चे और समाज को भी एक साथ निभा रही हैं और मजबूती के साथ अपनी पहचान भी बना रही हैं। लेकिन क्या यह संभव है कि बिना थके या बिना तनाव के आप यह सबकुछ मैनेज कर सकें? कभी तो आपको थकान, फ्रस्ट्रेशन या गुस्सा आता होगा ही न? लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए कुछ Management tips follow करके आप अपने काम को संतुलित कर सकती हैं और खुद को ज़्यादा प्रोडक्टिव और खुश रख सकती हैं। आज हम आपको बताएंगे ऐसी ही कुछ टिप्स जो आपको अपने काम और जिम्मेदारियों को सही तरीके से मैनेज करने में मदद करेंगी।
जानें ये वर्कलोड मैनेजमेंट टिप्स
एक सही शेड्यूल बनाएं
अगर आप एक व्यवस्थित योजना बनाकर चलती हैं तो आपके कामों का भार भी कम होता है। इसलिए हर दिन के लिए आप अपना एक टाइमटेबल जरूर बनाएं, जिसमें आपके प्रोफेशनल और पर्सनल टास्क शामिल हों। सुबह से लेकर रात तक किन-किन कामों को किस समय तक पूरा करना है, इसकी स्पष्ट रूपरेखा आपके पास होनी ज़रूरी है। इससे न सिर्फ आपका समय बचेगा बल्कि आप बेकार के तनाव से भी बचेंगी।
मल्टीटास्किंग करने से बचें
महिलाओं की एक सुपरपावर होती है अक्सर एक ही समय में कई काम करने की यानी मल्टीटास्किंग बनने की कोशिश करना लेकिन इससे ज्यादातर आपका फोकस कई जगहों में बंट जाता है और नतीजा यह निकलता है कि न तो आपका कोई एक काम अच्छे से पूरा होता है और न ही आपको सेटिस्फेक्शन ही मिल पाता है। इसलिए हमेशा एक समय में एक ही काम पर ध्यान केंद्रित करें। इससे न सिर्फ आपकी कार्यक्षमता बढ़ेगी बल्कि मानसिक शांति भी बनी रहेगी।
अपनी प्रायोरिटी तय करें
हर काम को एक जैसा महत्व देना न जरूरी है और न ही यह संभव हो सकता है। इसलिए अपने कार्यों की प्राथमिकता तय करें! जो आपके सबसे ज़रूरी काम हैं, उन्हें हमेशा पहले निपटाएं और जो बाद में किए जा सकते हैं, उन्हें बाद के लिए रखें। सब कुछ अभी करना है! यह सोच मन में बिल्कुल न लाएं क्योंकि इससे आपके ऊपर दबाव बढ़ता है। इसलिए हर काम को जरूरत के हिसाब से प्रायोरिटी देने से आपका समय और एनर्जी बचेंगी और सही जगह पर इस्तेमाल होंगी।
खुद के लिए डेडलाइन सेट करें
हर काम को बेहतर तरीके से पूरा करने के लिए डेडलाइन होना बाद आवश्यक है लेकिन वह आपके लिए आसान भी होनी चाहिए। मुश्किल समय सीमा तय करने से न केवल आपके ऊपर दबाव बढ़ेगा बल्कि आपके काम की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। इसलिए अपनी क्षमता और मौजूद समय के अनुसार डेडलाइन सेट करें ताकि काम को बेहतर तरीके से पूरा किया जा सके।
ज़रूरत के हिसाब से अपने काम को बांटें
जरूरी नहीं कि हर काम आप खुद ही करें या एकसाथ ही करें। अगर संभव हो तो कामों का बंटवारा करें। ऑफिस में टीम वर्क पर ध्यान दें और घर पर भी कामों को करने में परिवार के सदस्यों की मदद लें। इससे आपका बोझ भी हल्का होगा और आप ज़रूरी कामों पर ध्यान दे पाएंगी और सबसे जरूरी साथ काम करने से टीम स्प्रिट और परिवार में प्यार भी बढ़ेगा।
काम के बीच में ब्रेक जरूर लें
लगातार काम करते रहने से मानसिक और शारीरिक थकान बढ़ती है। इसलिए अपने दिनचर्या में छोटे-छोटे ब्रेक लेना आपकी मानसिक सेहत के लिए बेहद ज़रूरी है। काम करते वक्त कुछ घंटों में 5 से 10 मिनट का ब्रेक लेने से दिमाग को ताज़गी मिलती है और काम में ध्यान केंद्रित करने में भी मदद मिलती है।
स्पष्ट रूप से संवाद करें
कई बार महिलाओं को ज़्यादा काम सिर्फ इसलिए करना पड़ता है क्योंकि वे अपनी लिमिट या सीमाएं स्पष्ट रूप से नहीं बता पातीं। लेकिन चाहे ऑफिस हो या घर, अपनी ज़िम्मेदारियों और सीमाओं के बारे में खुलकर बात जरूर करें। अगर कोई चीज़ या काम करना मुश्किल लगता है तो उसे करने से मना करने की आदत डालें।
मदद मांगने से न हिचकिचाएं
अक्सर महिलाएँ यह सोचकर मदद मांगने से बचती हैं कि वह सबकुछ खुद कर लेंगी या सारा काम करना उन्हीं की जिम्मेदारी है। लेकिन ऐसा ज़रूरी नहीं है! अगर आपको काम का बोझ महसूस हो रहा है तो इसके लिए किसी से मदद जरूर मांगें। परिवार, दोस्त, कलीग्स या हाउस हेल्प से काम बांटने में संकोच बिल्कुल भी न करें।
काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाएँ
किसी भी इंसान के लिए अपने काम और व्यक्तिगत जीवन को संतुलित रखना बहुत महत्वपूर्ण है। इसलिए अपने ऑफिस का काम घर पर और घर की परेशानियाँ ऑफिस में न कभी भी न लाएं या ले जाएं। जब भी आप परिवार के साथ हों तो पूरी तरह से उसी पल में उपस्थित रहें और जब काम करें तो पूरी तरह से अपने काम पर ध्यान दें।