महिलाओं के लिए हर महीने पीरियड एक आम बात है। कई महिलाओं के लिए एक असहनीय दर्द भरी पीड़ा होती है, जो चार दिन लगातार बनी रहती है, तो कई महिलाओं के लिए यह साधारणता बाकी दिनों की तरह ही होती है। हर महिला के साथ अलग-अलग तरह की समस्या होती है। आज के समय में पीरियड पर खुलकर बात होने लगी है, पहले ऐसा नहीं था। लेकिन आज भी कुछ ग्रामीण इलाकों में इस विषय पर खुलकर बातचीत नहीं की जाति और उससे जुड़े हुए कुछ मिथ्य है। महिलाएं और लड़कियां उन मिथ्य को आज भी मानती हैं। जो उनकी दादी नानी और मां ने उन्हें सिखाया है, जो कई तरह से महिलाओं के मन में सवाल पैदा करते हैं आज हम उन्हीं मिथ्य पर बात करेंगे।
महिलाओं में पीरियड से जुड़े मिथ्य
1. पीरियड का ब्लड गंदा खून होता है
कई लोग कहते हैं कि पीरियड का खून गंदा होता है। इसलिए इन दिनों अच्छे कामों से दूर रहना चाहिए। इस ब्लड में भारी मात्रा में टॉक्सिन पाए जाते हैं लेकिन, यह सिर्फ मिथ है।
2. पीरियड का 4 दिन से कम होना ठीक नहीं है
कई महिलाओं को ऐसा कहते हुए सुना है कि चार दिन से कम अगर पीरियड है तो यह ठीक बात नहीं है लेकिन ऐसा नहीं है, यह एक मिथ्य है। हर महिला के हार्मोन अलग-अलग होते हैं और हर महिला के साथ अलग-अलग पीरियड साइकिल होती है।
3. खट्टी चीज नहीं खानी चाहिए
यह भी एक अफवाह है की खट्टी चीज पीरियड के समय में नहीं खानी चाहिए जबकि डॉक्टर के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं है। अगर आप खट्टी चीज खाते हैं तो कुछ नुकसान नहीं होता आपको।
4. पीरियड के दौरान सर नहीं धोए
पीरियड के दौरान सिर नहीं धोना चाहिए यह पौराणिक मान्यता है कि चार दिनों में ही आपको सिर्फ होना चाहिए क्योंकि चौथा दिन ही आप शुद्ध होते हैं, लेकिन अगर इससे के बीच में भी किसी कारण बस आप सर धोते हैं तो ऐसी कोई समस्या नहीं होती है आपके पीरियड साइकिल में।
5. 30 दिन का ही पीरियड चक्र होता है
कई लोगों का मानना होता है कि 30 दिन का ही पीरियड चक्र होता है, जबकि ऐसा नहीं है। यह 28 दिन से 35 दिन का होता है। ये समय से आगे या पीछे हो सकता है।