New Moms: नवजात शिशु की देखभाल और कामकाज को संभालना किसी चुनौती से कम नहीं होता। एक नई माँ के लिए अपने काम और पारिवारिक जीवन के बीच संतुलन बनाना काफी कठिन हो सकता है। लेकिन आप निश्चिंत रहें, ये असंभव नहीं है।
जानिए नई माओं के लिए कार्य-जीवन संतुलन टिप्स
1. अपनी अपेक्षाओं को व्यवस्थित करें और खुद पर दया रखें
यह सर्वोपरि है कि आप ये स्वीकार कर लें कि हर समय सब कुछ बिल्कुल सही नहीं होगा। नींद पूरी ना होना, बार-बार बच्चे को दूध पिलाना और थकावट महसूस करना - ये एक नई माँ होने के स्वाभाविक पहलू हैं। ये सोचकर खुद को परेशान ना करें कि आप पहले की तरह ही उतनी ही अधिक काम कर पाएंगी। अपने बच्चे को समझने और खुद को इस नई भूमिका में ढालने में समय लगता है।
इसलिए धैर्य रखें, खुद पर दया दिखाएं और छोटी-छोटी सफलताओं का जश्न मनाएं।
2. अपने आसपास मजबूत समर्थन प्रणाली बनाएं
अपने आसपास मजबूत समर्थन प्रणाली बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। अपने साथी, माता-पिता, भाई-बहनों और दोस्तों से मदद मांगने में संकोच न करें। क्या वे घर के कामों को बाँटने में आपकी मदद कर सकते हैं, जैसे खाना बनाना, सफाई करना या बच्चे को थोड़ी देर के लिए संभालना? आपके पास जितना अधिक समर्थन होगा, आप उतना ही कम दबाव महसूस करेंगी। जितना हो सके अपने साथी को शामिल करें, रात में दूध पिलाने की जिम्मेदारी बाँटें ताकि आप दोनों थोड़ा आराम कर सकें
3. योजना बनाएं और प्राथमिकता दें
हर दिन के लिए एक व्यवहारिक योजना बनाएं। उन कामों को प्राथमिकता दें जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं और बाकी को बाद के लिए टाल दें। यह काम और घर दोनों जगहों पर लागू होता है। साथ ही, याद रखें कि बच्चे के कार्यक्रम हमेशा बदलते रहते हैं, इसलिए लचीले रहने के लिए तैयार रहें। हो सकता है कि आपको अपने काम के शेड्यूल में थोड़ा बदलाव करना पड़े या फिर कुछ चीजों को टालना पड़े।
4. अपने कार्यस्थल से बात करें
अपने नियोक्ता से अपनी परिस्थिति के बारे में खुलकर बात करें। क्या वे लचीले काम के घंटों की पेशकश करते हैं, जैसे कि थोड़ी देर से ऑफिस आना या जल्दी घर जाना? क्या घर से काम करने का विकल्प है? या फिर कम घंटों के लिए काम करने की व्यवस्था है? अपने नियोक्ता से बात करने में संकोच न करें - आप हैरान हो सकती हैं कि आपकी कंपनी कितनी सहायक हो सकती है।
5. आत्म-देखभाल को कभी नजरअंदाज ना करें
यह न भूलें कि अपनी खुद की जरूरतों का ध्यान रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। चाहे वह सिर्फ 15 मिनट का शांत समय हो या किसी दोस्त के साथ चाय पीने जाना हो, आराम करने और खुद को नई ऊर्जा देने के लिए समय निकालें। स्वस्थ भोजन करें, जितना हो सके सोने की कोशिश करें और उन गतिविधियों में शामिल हों जिनका आप आनंद लेती हैं। याद रखें, एक खुश और स्वस्थ माँ एक बेहतर माँ होती है