भारत में कम से कम 151 सांसद और विधायक महिलाओं के साथ अपराध के मामलों का सामना कर रहे हैं, जो ऐसे अपराधों को संबोधित करने और रोकने में प्रणालीगत खामियों को रेखांकित करता है। ये आंकड़े चिंताजनक हैं और देश को इस गंभीर मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने के लिए मजबूर करते हैं।
भारतीय सांसदों और विधायकों के खिलाफ महिलाओं के साथ अपराध के आरोप
सांसदों और विधायकों के खिलाफ महिलाओं के साथ अपराध के आरोप
हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में भारतीय सांसदों और विधायकों के सैकड़ों लोगों के खिलाफ महिलाओं के साथ अपराध के मामले सामने आए हैं; इनमें से 16 बलात्कार के आरोप हैं। पश्चिम बंगाल, जहां हाल ही में कोलकाता में एक ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के मामले ने देश को चौंका दिया था, में सबसे अधिक सांसद (25) ऐसे मामलों का सामना कर रहे हैं।
राजनीतिक दलों में आरोप
रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा के सबसे अधिक प्रतिनिधि (54 सांसद और विधायक) महिलाओं के साथ अपराध से जुड़े मामलों के साथ घोषित मामले हैं। इसके बाद कांग्रेस का स्थान है, जिसके 23 सांसद महिलाओं के साथ अपराध के आरोपों का सामना कर रहे हैं। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के 17 सांसद भी इन आरोपों का सामना कर रहे हैं।
आगे का रास्ता
यह रिपोर्ट राजनीतिक दलों से अपील करती है कि वे बलात्कार और महिलाओं के साथ अन्य अपराधों के आरोपों वाले उम्मीदवारों को टिकट देने से बचें। इसके अलावा, रिपोर्ट में सांसदों और विधायकों के खिलाफ अदालती मामलों को तेजी से निपटाने और पुलिस द्वारा पेशेवर और गहन जांच की आवश्यकता पर जोर दिया गया है। साथ ही, संगठन ने मतदाताओं से भी अपील की कि वे उम्मीदवारों का जांच-परख करें और ऐसे आरोपों का सामना कर रहे लोगों को मतदान न करें।