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तेलंगाना के कामारेड्डी जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई, जहां 16 वर्षीय श्री निधि, जो कक्षा 10 की छात्रा थी, स्कूल के बाहर अचानक बेहोश होकर गिर पड़ी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने CPR देकर उसे बचाने की कोशिश की। लेकिन जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो उसे एक अन्य अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कुछ दिन पहले इसी जिले में एक और मामला सामने आया था, जिसमें 8 साल की बच्ची दीक्षा की खेलते-खेलते अचानक दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
तेलंगाना की 16 वर्षीय लड़की की कार्डियक अरेस्ट से मौत
युवा पीढ़ी में बढ़ रहा है हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट का खतरा
भारतीय हार्ट रिदम सोसाइटी (Indian Heart Rhythm Society) की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 20 वर्षों में कार्डियक अरेस्ट के कारण होने वाली अचानक मौतों में 22% की वृद्धि हुई है। यह आंकड़ा चिंताजनक है, खासकर तब जब युवा और स्वस्थ दिखने वाले लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं।
कार्डियक अरेस्ट क्या है और यह हार्ट अटैक से कैसे अलग है?
कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब दिल अचानक धड़कना बंद कर देता है, जबकि हार्ट अटैक तब होता है जब हृदय को पर्याप्त रक्त नहीं मिल पाता। हार्ट अटैक के मरीज को समय रहते इलाज मिल सकता है, लेकिन कार्डियक अरेस्ट तुरंत उपचार की मांग करता है, अन्यथा कुछ ही मिनटों में व्यक्ति की जान जा सकती है।
कार्डियक अरेस्ट से बचाव के लिए क्या करें?
CPR की जानकारी जरूरी: कार्डियक अरेस्ट के दौरान तुरंत CPR (Cardiopulmonary Resuscitation) और डिफाइब्रिलेशन दिया जाना चाहिए। CPR से फेफड़ों और मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति बनी रहती है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: अधिक जंक फूड, धूम्रपान, शराब और नशे से बचें।
नियमित व्यायाम करें: लेकिन शरीर को जरूरत से ज्यादा थकाने से बचें।
पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें: मैग्नीशियम और पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे मिलेट्स, नट्स, सोया प्रोडक्ट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और फल आहार में शामिल करें।
तनाव को करें नियंत्रित: अत्यधिक तनाव हार्ट डिजीज और कार्डियक अरेस्ट का बड़ा कारण बन सकता है।
क्या स्कूलों में CPR ट्रेनिंग अनिवार्य होनी चाहिए?
कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामलों को देखते हुए, स्कूलों और कॉलेजों में CPR ट्रेनिंग अनिवार्य करने की जरूरत है। यदि आसपास मौजूद लोग CPR देना सीख लें, तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती है।
युवाओं में क्यों बढ़ रहे हैं दिल के दौरे?
- अत्यधिक शारीरिक श्रम या अचानक अधिक मेहनत करना
- उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल
- मोटापा और असंतुलित आहार
- धूम्रपान, शराब और नशे की लत
- नींद की कमी और अत्यधिक तनाव
दिल की बीमारियों से बचने के लिए हमें अपनी जीवनशैली में सुधार लाना जरूरी है। समय रहते सही कदम उठाएंगे, तो अपने और अपने परिवार के दिल को सुरक्षित रख पाएंगे।