Indian Cricketer Diana Edulji Receives The ICC Hall Of Fame Honour: आज भारतीय क्रिकेट टीम के लिए एक बड़ा ही अहम दिन है क्योंकि पूर्व भारतीय विमेंस क्रिकेट टीम की कप्तान डायना एडुल्जी को आईसीसी द्वारा हॉल ऑफ़ फेम में सम्मानित किया गया जहां वह पहली महिला क्रिकेटर है जिन्हें यह सम्मान मिला हैI डायना जी की यह उपलब्धि न केवल भारत के लिए बल्कि महिला भारतीय विमेंस क्रिकेट टीम के लिए भी एक बहुत बड़ी प्रेरणा हैI यह सम्मान न केवल वर्तमान प्लेयर्स के लिए बल्कि भविष्य में खेल कूद के इस मैदान से जुड़ने के सपने देखनेवाली लड़कियों के लिए भी एक आशा की किरण है कि तब के समय में जब क्रिकेट केवलमात्र एक पुरुषों का खेल माना जाता था उस रूढ़िवादिता को तोड़कर डायना जी ने एक नया उदाहरण सेट कियाI
डायना की क्रिकेट यात्रा
एडुल्जी की क्रिकेट यात्रा उभरते खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत हैI वह एक राइट हैंडेड बेटर और स्लो लेफ्ट हैंडेड बॉलर है जिन्होंने अपने 17 साल के क्रिकेट के करियर में, उन्होंने 20 टेस्ट मैचों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसमें चौका देने वाले 1624 रन बनाए और 63 विकेट लिए। ओडीआई मैच में, उन्होंने 34 मैचों में अपने कौशल का प्रदर्शन किया, 775 रन बनाए और 46 विकेट लिए। केवल क्रिकेट खेलने तक ही नहीं बल्कि अपने रिटायरमेंट के बाद भी उन्होंने कई मायनों में भारतीय विमेंस क्रिकेट टीम को अपना अमूल्य योगदान दिया है जिससे कि टीम का विकास भी हुआ हैI
क्रिकेट टीम को योगदान?
जहां एक दौर था जब क्रिकेट का मतलब ही लोग या तो कपिल देव या फिर सचिन सचिन तेंदुलकर को मानते थे आज कुछ हद तक यह नज़रिया बदला है जब लोग विमेंस क्रिकेट टीम में भी दिलचस्पी लेने लगे हैं हालांकि अभी और भी बदलाव बाकी है लेकिन इस बदलाव की शुरुआत के लिए एडुल्जी ने काफी संघर्ष किया हैI चाहे वह अपने खेल के माध्यम से हो या फिर पश्चिमी रेलवे की एडमिनिस्ट्रेटर रहने के दौरान भारत की महिला क्रिकेटरों के लिए समान अधिकारों के लिए कड़ी मेहनत की। 2016 की शुरुआत में उन्होंने इस पद से रिटायरमेंट ले लीI लेकिन सिर्फ यही नहीं अभी के आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप टीम के 12 खिलाड़ियों का रेलवे के साथ जुड़ाव रहा है और इसका श्रेया जाता है डायना एडुल्जी को। 1983 में एडुल्जी को भारत का सबसे बड़ा खेल सम्मान पुरस्कार, अर्जुना अवार्ड मिला और फिर 2002 में उन्हें सिविलियन ऑनर पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
क्या कहा झूलन गोस्वामी ने?
पूर्व भारतीय महिला क्रिकेटर झूलन गोस्वामी ने डायना एडुल्जी जी के आईसीसी हॉल ऑफ़ फेम सम्मान के बारे में कहा कि
"यह पल हमारे भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए गर्व करने का पल है। पिछले कुछ वर्षों में डायना एडुल्जी का योगदान अतुलनीय रहा है। यह कहना गलत ना होगा कि आपके सभी प्रयासों के बिना यह खेल भारत में उस स्थान पर नहीं पहुंच पाता जहां यह है। व्यक्तिगत पर्सपेक्टिव से, मेरे करियर का सबसे बड़ा अफसोस यह था कि मुझे कभी आपके खिलाफ खेलने का मौका नहीं मिला। भारत के कई युवा क्रिकेटरों की तरह मैं भी आपके बारे में रिकॉर्ड बुक में पढ़कर बड़ी हुई हूं। भारत में महिला क्रिकेट की शुरुआत 1971 में मुंबई में हुई और आप शुरू से वहीं थी। हम आपके कारनामों के बारे में पढ़ेंगे कि आपने टीम का नेतृत्व कैसे किया और आप उस टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण थी। एक खिलाड़ी के रूप में, 1970 और 1980 के दशक में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए आपका प्रदर्शन शानदार था।"
डायना एडुल्जी जी के अलावा भी यह सम्मान भारतीय क्रिकेट प्लेयर वीरेंद्र सहवाग और श्री लंका के अरविंद दे सिल्वा को मिला हैI