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मणिपुर की एक महिला ऑटो चालक Eche Laibi Oinam को गुरुवार को Covid -19 के एक मरीज की मदद करने के लिए पुरस्कृत किया गया। उन्होंने इम्फाल शहर से 100 किमी दूर रहने वाली एक लड़की की मदद की ताकि वह घर पहुँच सके। ओइनम को एक 22 वर्षीय लड़की जो की Covid-19 से रिकवर हुई थी उसको कमजोंग डिस्ट्रिक्ट के अपने होमटाउन में छोड़ने के लिए सरकार द्वारा इसके लिए पुरस्कृत किया था।
सिंह ने ओइनाम को धन्यवाद करते हुए लिखा, “खुशी और सम्मान के लिए 1,10,000 रुपये का नकद पुरस्कार, पांगी की एक ऑटो ड्राइवर श्रीमती लाओबी ओइनम को दिया, जिन्होंने Covid-19 19 से रिकवर हुई लड़की की मदद करने के लिए उसे 8 घंटे की यात्रा कर कामजोंग उसके घर पहुँचाया।
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लड़की सोमीचोन चिटुंग Somichon Chithung स्किप Skipe गांव की रहने वाली है। उसका इम्फाल के जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज चल रहा था। पूर्वी मोजो ने बताया कि एम्बुलेंस सेवा द्वारा उसे घर ले जाने से मना करने के बाद, लाबी ओइनम ने युवा लड़की की खुद आगे बढ़कर मदद की।
रिपोर्टों के अनुसार, लाओबी ओइनम ने फॉगी क्लाइमेट कंडीशन की परवाह नहीं की। कामजोंग पहुंचने में उन्हें कम से कम आठ घंटे का समय लगा और ऑटो चालक ने इम्फाल से अपने पति के साथ पहाड़ी जिले में रात भर सवारी की।
उनके इस हिम्मत और नेक कार्य ने सोशल मीडिया को हिलाकर रख दिया।
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मणिपुर के मुख्यमंत्री, एन बीरेन सिंह ने उनके इस निस्वार्थ कार्य के लिए बीबी ओइनम को 1.1 लाख रुपये का चेक दिया।
सिंह ने ओइनाम को धन्यवाद करते हुए लिखा, “खुशी और सम्मान के लिए 1,10,000 रुपये का नकद पुरस्कार, पांगी की एक ऑटो ड्राइवर श्रीमती लाओबी ओइनम को दिया, जिन्होंने Covid-19 19 से रिकवर हुई लड़की की मदद करने के लिए उसे 8 घंटे की यात्रा कर कामजोंग उसके घर पहुँचाया।
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एक न्यूली रिकवर्ड Covid -19 पेशेंट के साथ रात भर की यात्रा
लड़की सोमीचोन चिटुंग Somichon Chithung स्किप Skipe गांव की रहने वाली है। उसका इम्फाल के जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज चल रहा था। पूर्वी मोजो ने बताया कि एम्बुलेंस सेवा द्वारा उसे घर ले जाने से मना करने के बाद, लाबी ओइनम ने युवा लड़की की खुद आगे बढ़कर मदद की।
रिपोर्टों के अनुसार, लाओबी ओइनम ने फॉगी क्लाइमेट कंडीशन की परवाह नहीं की। कामजोंग पहुंचने में उन्हें कम से कम आठ घंटे का समय लगा और ऑटो चालक ने इम्फाल से अपने पति के साथ पहाड़ी जिले में रात भर सवारी की।
ईस्टमोजो के साथ बात करते हुए, लाइबि ओइनाम ने कहा कि वह "खुश थी कि कम से कम मैं उस लड़की की मदद करने के लिए वहां था, हालांकि हम एक दूसरे के लिए अजनबी थे।"
उनके इस हिम्मत और नेक कार्य ने सोशल मीडिया को हिलाकर रख दिया।
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