Puja Tomar: First Indian UFC Winner Creates History: भारतीय मिश्रित मार्शल आर्ट (MMA) फाइटर पूजा तोमर ने इतिहास रच दिया है। वह UFC (अल्टीमेट फाइटिंग चैम्पियनशिप) जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं। इतना ही नहीं, वह UFC के साथ अनुबंध हासिल करने वाली भारत की पहली महिला एथलीट भी हैं।
पूजा तोमर: पहली भारतीय UFC विजेता ने रचा इतिहास
चैंपियन पूजा तोमर का शानदार सफर
28 वर्षीय पूजा तोमर ने 8 जून को UFC लुईविले 2024 में ब्राजील की रेयाने डॉस सैंटोस को हराकर UFC चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। अक्टूबर 2023 में, तोमर ने UFC के साथ अनुबंध करने वाली पहली भारतीय महिला फाइटर के रूप में इतिहास रचाया था। अपने डेब्यू फाइट में उन्होंने स्ट्रॉवेट डिवीजन में 30-27, 27-30 और 29-28 के स्कोर से विभाजित फैसले (स्प्लिट डिसीजन) से जीत हासिल की।
पहले राउंड में पूजा ने स्कोर में दबदबा बनाया और अपनी ब्राज़ीलियाई प्रतिद्वंदी पर किक्स लगाकर दबाव बनाए रखा। वहीं दूसरी राउंड में डॉस सैंटोस वापसी करने की कोशिश कीं, लेकिन तीसरे राउंड में पूजा के निर्णायक पुश किक नॉकडाउन ने उनकी जीत को पक्का कर दिया। UFC के साथ इंटरव्यू में तोमर ने कहा, "मैं दुनिया को दिखाना चाहती हूं कि भारतीय फाइटर्स हारने वाले नहीं हैं। हम शीर्ष पर पहुंचेंगे, हम रुकने वाले नहीं हैं!"
पूजा तोमर: एक प्रेरणादायक सफर
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के बुढाना गांव की रहने वाली पूजा तोमर ने 12 साल की उम्र में ही मार्शल आर्ट्स सीखना शुरू कर दिया था, जब उन्होंने अपने पिता को खो दिया था। उन्होंने UFC को बताया, "मैं अपने पिता के गुजर जाने के बाद सिर्फ अपने परिवार की रक्षा करना चाहती थी। इसलिए मैंने कराटे और किकबॉक्सिंग सीखना शुरू किया, और उसके बाद मुझे लगा कि मैं मार्शल आर्ट्स में अपना करियर बना सकती हूं।" उन्होंने 2013 में पेशेवर रूप से फाइटिंग शुरू की।
तोमर एक राष्ट्रीय वुशू चैंपियन हैं, जिन्होंने कई मौकों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। 2021 में शामिल हुईं MFN (मैट्रिक्स फाइट नाइट) में अपने समय के दौरान उन्होंने लगातार 4 जीत हासिल कीं। Sportstar के अनुसार, उन्होंने " नवंबर 2022 में MFN 10 में अपनी पूर्व ONE प्रतिद्वंदी Bi Nguyen को हराकर MFN स्ट्रॉवेट खिताब जीता।"
भारतीय MMA का उज्ज्वल भविष्य
UFC के साथ अनुबंध करने वाली पहली भारतीय महिला के रूप में, पूजा भारतीय एथलीटों और मार्शल आर्ट फाइटर्स को UFC के साथ अनुबंध करने का मार्ग प्रशस्त कर रही हैं। UFC ने 2013 में महिला फाइटर्स के लिए दरवाजे खोले थे और पूजा तोमर ने एक दशक से भी ज्यादा समय बाद अपना कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया।
पूजा तोमर की यह जीत भारत में MMA के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उनकी जीत न केवल उन्हें बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित करती है। यह जीत निश्चित रूप से आने वाले भारतीय MMA फाइटर्स को प्रेरित करेगी।