/hindi/media/media_files/2025/12/18/sangeeta-barooah-pisharoty-becomes-first-woman-president-of-the-press-club-of-india-2025-12-18-14-09-27.png)
Photograph: (Sangeeta Barooah Pisharoty Photograph: (Instagram))
वरिष्ठ पत्रकार संगीता बरुआ पिशारोती ने प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के 68 साल के इतिहास में पहली महिला अध्यक्ष बनकर इतिहास रच दिया। उनका चुनाव भारत के सबसे प्रभावशाली पत्रकारिता संस्थानों में से एक में एक अहम बदलाव को दर्शाता है और भारतीय मीडिया में समावेशी और प्रतिनिधि नेतृत्व की बढ़ती जरूरत को सामने लाता है।
संगीता बरुआ पिशारोती बनीं प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की पहली महिला अध्यक्ष
13 दिसंबर को हुए चुनाव में संगीता बरुआ पिशारोती को 1,019 वोट मिले, जबकि उनके विरोधी अतुल मिश्रा और अरुण शर्मा को क्रमशः 129 और 89 वोट मिले। पिशारोती की टीम ने 21–0 के बड़े अंतर से जीत दर्ज की और सभी पदों पर जीत हासिल की।
संगीता बरुआ पिशारोती कौन हैं?
संगीता बरुआ पिशारोती असम की वरिष्ठ पत्रकार हैं। असम उनकी रिपोर्टिंग और पेशेवर पहचान का अहम हिस्सा रहा है।
उन्हें एक भरोसेमंद और निडर पत्रकार के रूप में जाना जाता है। उन्होंने शासन, नागरिकता और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर लगातार काम किया है। वह द हिन्दू, द वायर और यूनाइटेड न्यूज़ ऑफ इंडिया जैसे प्रमुख राष्ट्रीय मीडिया संस्थानों से जुड़ी रही हैं।
पत्रकारिता के अलावा
पत्रकारिता के साथ-साथ संगीता बरुआ पिशारोती ने “Assam: The Accord, the Discord” किताब लिखी है, जो असम समझौते और उसके राजनीतिक व सामाजिक प्रभावों का गहन विश्लेषण है।
वह अपनी ईमानदारी और प्रेस स्वतंत्रता के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती हैं और लगातार हाशिए पर रहने वाले समुदायों की आवाज़ को सामने लाती रही हैं।
सम्मान
उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और फैलोशिप मिल चुकी हैं, जिनमें रामनाथ गोयनका पुरस्कार, पराग कुमार दास पत्रकारिता पुरस्कार, और Centre for the Study of Developing Societies की Inclusive Media Fellowship शामिल हैं।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की अध्यक्ष के रूप में, संगीता बरुआ पिशारोती अब मीडिया अधिकार, पत्रकारिता की नैतिकता, पेशेवर सुरक्षा और प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा जैसे अहम मुद्दों पर नेतृत्व प्रदान करेंगी।
/hindi/media/agency_attachments/zkkRppHJG3bMHY3whVsk.png)
Follow Us