10 Crucial Women Centric Issues For The 2024 Election: हर पांच वर्ष के चुनाव आते हैं और इस दौरान लोगों के लिए बहुत से मुद्दे सामने आते हैं। जिन्हें राजनैतिक पार्टियाँ आगे आकर सबसे परिचित करवाती हैं और उनके लिए काम करने का भरोषा देती हैं। पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं को लेकर योजनाओं और मुद्दों पर तेजी आई है। काम कर रही सरकारें नई-नई नीतियों और कार्यक्रमों के माध्यम से महिला आधारित मुद्दों को लोगों के बीच लाकर अपनी सरकार बनाने का काम करने में लगी हुई हैं और ऐसा हो भी क्यों न पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं की वोटर के रूप में हो या राजनीतिक हिस्सेदारों के रूप में संख्या तो बढ़ी ही है और साथ ही भारत में महिलाओं की एक बड़ी आबादी है जो कि चुनावों में बढ़-चढ़ कर भाग लेती है। इसलिए आने वाले 2024 के चुनावों में भी राजनीतिक दल महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर अपनी-अपनी योजनाएं प्रस्तुत करेंगे। लेकिन इससे पहले यह जानना जरूरी है कि देश में ऐसे कौन से महिला आधारित मुद्दे हैं जिनपर 2024 के आगामी चुनाव के दौरान ध्यान दिया जाना चाहिए। आइये जानते हैं वो महिला केन्द्रित 10 मुद्दे जिनपर 2024 के चुनाव के दौरान ध्यान दिया जाना चाहिए।
WOMEN AND VOTE: 2024 चुनाव के लिए 10 महत्वपूर्ण महिला-केन्द्रित मुद्दे
1. लिंग आधारित हिंसा
महिलाओं के साथ हिंसा का स्तर बहुत बढ़ा है राजनितिक पार्टियाँ इन पर बात तो करती हैं लेकिन ये कम होने की जगह बढ़ रहे हैं। तो 2024 के चुनावों में घरेलू हिंसा, यौन उत्पीड़न और महिला तस्करी सहित लिंग आधारित हिंसा के व्यापक मुद्दे को संबोधित किया जाना चाहिए। पार्टियों या सरकार द्वारा कानूनों को मजबूत करना, कानून में सुधार करना और महिलाओं के लिए बेहतर सहायता प्रणाली बनाना आवश्यक है।
2. महिला सुरक्षा
महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए बेहतर रोशनी, पुलिस की उपस्थिति में बढ़ोत्तरी और आवश्यक जगहों पर पैनिक बटन और केवल महिलाओं के लिए परिवहन जैसे नए सुरक्षा उपायों के कार्यान्वयन के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
3. शिक्षा
शिक्षा सबका अधिकार है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक लड़कियों की पहुंच में सुधार लाने और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल छोड़ने की संख्या को संबोधित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। लड़कियों के लिए STEM शिक्षा को बढ़ावा देना भी उनके सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण है।
4. राजनीतिक प्रतिनिधित्व
बात चुनाव की है तो यह एक बहुत ही बड़ा मुद्दा है कि राजनीति में महिलाओं की पहुंच को बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। विधायी निकायों में महिलाओं के लिए आरक्षण जैसी नीतियों को लागू करके और शासन के सभी स्तरों पर निर्णय लेने में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देकर राजनीति में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाना चाहिए।
5. स्वास्थ्य देखभाल
जहां महिलाएं आज हर क्षेत्र में कार्य कर रही हैं वहीं उनके लिए स्वास्थ्य सुविधाएँ आज भी बेहतर नहीं हैं। मातृ एवं प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं, परिवार नियोजन सहित किफायती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच बढ़ाना और महिलाओं और लड़कियों के बीच ज्यादा प्रचलित समस्या वाले मुद्दों के लिए बेहतर सुविधाएँ देना लक्ष्य होना चाहिए।
6. समान वेतन
जहाँ महिलाएं अब सिर्फ देश ही नहीं बल्कि भारत से बाहर भी भारत का नाम रोशन कर रही हैं वहीं आज भी लैंगिक वेतन अंतर हमारे समाज में मौजूद है। इसको कम करना और सभी क्षेत्रों में समान काम के लिए समान वेतन को बढ़ावा देना, साथ ही ज्यादा वेतन वाले व्यवसायों में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना भी एक बड़ा मुद्दा होना चाहिए।
7. वित्त तक पहुंच
सरकार ने बहुत सी योजनायें बना दी महिलाओं के लिए उनके काम के लिए ऋण देने के लिए लेकिन वो कितनी प्रभावी हैं इस पर किसी का ध्यान नहीं है। इसलिए ऋण, बचत और बीमा सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करना, साथ ही महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों को सहायता प्रदान करके महिलाओं के लिए वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
8. डिजिटल लिट्रेसी और इंटरनेट तक पहुंच
दुनिया डिजिटलीकरण की ओर कबकी बढ़ चुकी है लेकिन भारत में आज भी महिलाओं में डिजिटल लिट्रेसी की कमी है। इसलिए महिलाओं के बीच डिजिटल लिट्रेसी को बढ़ावा देना और डिजिटलीकरण में पुरुषों के ज्यादा महत्व को बराबर सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल युग में महिलाओं को सूचना, शिक्षा और आर्थिक अवसरों तक समान पहुंच मिलनी चाहिए।
9. महिलाओं के लिए साइबर सुरक्षा और ऑनलाइन उत्पीड़न
आज कल के समय में ऑनलाइन उत्पीड़न और साइबर फ्रौड से जुड़े मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यह सभी के लिए बहुत बड़ी समस्या है और महिलाओं के लिए स्पेशली यह बड़ी समस्या है। इसलिए महिलाओं के लिए इससे सुरक्षा नियम बनाना जो कि उत्पीड़न और साइबरबुलिंग महिलाओं को असंगत रूप से प्रभावित करती है और महिलाओं की ऑनलाइन सुरक्षा और गोपनीयता सुनिश्चित होनी चाहिए।
10. भूमि और संपत्ति अधिकार
आज भी नियम बनने के बावजूद भी महिलाओं को सम्पत्ति में अधिकार मिलना बहुत ही कठिन है। इसलिए साल 2024 के चुनावों में महिलाओं के संपत्ति के मालिक होने और विरासत में मिलने के अधिकार को सुनिश्चित करना, विशेष रूप से जहां पर इन अधिकारों से अक्सर इनकार किया जाता है वहां भी महिलाओं को उनके अधिकार दिलाना मुद्दा होना चाहिए।