5 Taunts New Moms Mostly Hear: हर व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ न कुछ बातें सुनने को मिलती हैं। हर कोई कुछ न कुछ कहता है। कोई भी लड़की जब पहली बार माँ बनती है तो उसे कई तरह के नए एक्स्पीरियंस होते हैं वह कई परेशानियों का भी सामना करती है। प्रेगनेंसी से लेकर डिलीवरी तक और उसके बाद भी बच्चे के पालन पोषण में उसे कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। ऐसे में उन्हें जरूरत होती है एक सपोर्टिव फैमिली की, अपनों की ना कि टोंट या ताने देने वाले लोगों की। किसी भी नई माँ से बात करते समय किसी भी व्यक्ति को कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि माँ बनने के बाद किसी भी महिला में कई तरह के फिजिकल और इमोशनल बदलाव होते हैं जिनकी वजह से उनके स्वभाव में भी बदलाव होता है। ऐसे में कई सारे लोग होते हैं जो उनके स्वभाव को लेकर या उनके बच्चे को लेकर कई सारी बातें कहते हैं। आइये जानते हैं कि एक नई माँ को क्या ताने सुनने को मिलते हैं।
जानिए 5 ताने जो नई माँ को सुनने पड़ते हैं
1. तुम हमेशा थकी हुई ही रहती हो
चौबीसों घंटे अपने बच्चे की देखभाल करने के कारण नई मांओं के साथ अक्सर ऐसा होता है कि उनकी नींद नही पूरी हो पाती है वे पर्याप्त आराम का मौका नहीं पाती हैं जिसके वजह से वे हमेशा थकावट महसूस करती हैं। लेकिन इसके बावजूद भी वे अपने परिवार और बच्चे का ध्यान रखती हैं ऐसे में उन्हें यह ताना अक्सर सुनने को मिलता है कि तुम तो थकी हुई ही रहती तो हमेशा।
2. तुम अपने काम पर वापस कब जा रही हो
नई माँ को यह ताना अक्सर सुनने को मिलता है कि तुम काम पर कब जा रही हो। नई माँ पर काम पर लौटने के बारे में दबाव डालने से अनावश्यक तनाव बढ़ सकता है। हो सकता है कि वह अभी भी एक माँ के रूप में अपनी नई भूमिका के साथ तालमेल बिठा रही हो और काम पर कब वापस लौटना है इसका निर्णय उसका पर्सनल है।
3. तुम्हारा वजन तो बढ़ता ही जा रहा है
प्रेगनेंसी और डिलीवरी के बाद वेट बढ़ना कई महिलाओं के लिए एक संवेदनशील विषय हो सकते हैं। उसके शरीर के बारे में टिप्पणी करना उसके आत्मसम्मान के लिए हानिकारक हो सकता है। उसकी ताकत और एक माँ के रूप में उसके द्वारा किए जा रहे अद्भुत काम की सराहना करने पर ध्यान दें ना कि उन्हें ताने देने पर।
4. अपना अगला बच्चा कब प्लान कर रही हो
महिलाओं को अक्सर एक बच्चा होने के बाद यह बात सुनने को मिलती है कि अब आप अपना अगला बच्चा कब प्लान कर रही हैं। भविष्य में परिवार नियोजन के बारे में पूछना दखल देने वाला होता है और नई माँ पर तैयार होने से पहले निर्णय लेने का दबाव डाल सकता है। उसकी निजता का सम्मान करें और जब भी वह सही महसूस करें तो उन्हें स्वयं इस पर बात करने दें।
5. हमारे समय में इतनी सुविधाएँ नहीं थीं
घर में जो बड़ी बूढी महिलाएं होती हैं अक्सर वे यह कहती हैं कि हमारे समय में तो इतनी सुविधाएँ नहीं थीं तो क्या हमने बच्चे नहीं पाले। अतीत की वर्तमान से तुलना करने से बचना ज्यादा सहायक हो सकता है। पालन-पोषण की दुनिया विकसित हो गई है और नई माताओं के पास विभिन्न संसाधनों और प्रौद्योगिकियों तक पहुंच है। चेंजेस को एक्सेप्ट करें और एक-दूसरे से सीखने के लिए तैयार रहें।