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आज के मॉडर्न डेटिंग कल्चर में, "इंट्रेस्ट" और "इंसिस्टेंस" के बीच का फर्क समझना बेहद ज़रूरी हो गया है। भारत के डेटिंग ऐप QuackQuack के सर्वे से यह साफ़ हुआ कि कई महिलाओं के लिए यह फर्क धुंधला पड़ जाता है। 8500 से ज़्यादा महिलाओं ने बताया कि उन्हें यह पसंद है जब कोई व्यक्ति उनके प्रति ईमानदार दिलचस्पी दिखाता है, लेकिन जब वही इंट्रेस्ट ज़रूरत से ज्यादा पीछा करने में बदल जाता है, तो यह एक रेड फ्लैग बन जाता है। डेटिंग में बैलेंस बनाए रखना सबसे अहम है।
Women's Day Special: इंट्रेस्ट या ज़बरदस्ती? डेटिंग में सीमाएं समझना है ज़रूरी
डेटिंग में ‘रूम’ पढ़ना ज़रूरी है
डेटिंग सिर्फ बातचीत करने या एक-दूसरे को जानने भर का माध्यम नहीं है, बल्कि इसमें एक अंडरस्टैंडिंग की भी ज़रूरत होती है। 25 से 30 साल की 2876 महिलाओं ने माना कि अगर कोई व्यक्ति जल्दी जवाब नहीं दे रहा, तो यह संकेत हो सकता है कि वह दिलचस्पी नहीं रखता। ज़रूरत से ज़्यादा बार मैसेज करना या लगातार फॉलो-अप लेना एक अनावश्यक दबाव बना सकता है। दिल्ली की प्रितिका का कहना है, "डबल टेक्स्टिंग ठीक है, लेकिन तीसरी बार ट्राई करना किसी भी लिहाज़ से स्मार्ट मूव नहीं है।"
सोशल मीडिया पर सीमाओं की अहमियत
डेटिंग के शुरुआती दिनों में निजी स्पेस की अहमियत समझना बहुत ज़रूरी है। सर्वे में शामिल 28% महिलाओं ने बताया कि वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स 2-3 हफ्ते की बातचीत के बाद ही शेयर करती हैं। इनमें से 22% महिलाओं का अनुभव अच्छा रहा क्योंकि उनके मैच ने उनकी डिजिटल सीमाओं का सम्मान किया और बिना इजाज़त DMs में स्पैम नहीं किया। महिलाओं ने साफ़ किया कि सोशल मीडिया अकाउंट शेयर करना किसी को अपने इनबॉक्स में इनवाइट करने जैसा नहीं है, बल्कि यह बस एक 'प्रूफ ऑफ लाइफ' है।
'ना' का मतलब 'ना' ही होता है, चाहे वह साफ़ कही जाए या इशारों में
19% महिलाओं ने माना कि वे सीधे मना करने के बजाय ‘सॉफ्ट ना’ का सहारा लेती हैं, जिसमें ‘अभी बिज़ी हूं’ या ‘देखते हैं’ जैसे वाक्य शामिल होते हैं। Tier 1, 2, और 3 शहरों की 3 में से 4 महिलाओं ने कहा कि पुरुषों को यह इशारा समझना चाहिए और जब कोई बार-बार टालमटोल कर रहा हो, तो पीछा करना बंद कर देना चाहिए।
फ्लर्टिंग एक दोतरफा खेल है
महिलाओं ने यह भी बताया कि फ्लर्टिंग तभी अच्छी लगती है जब वह दोनों तरफ से हो। 30 से ऊपर की 17% महिलाओं ने माना कि वे डेटिंग ऐप पर फ्लर्ट करने की कोशिश कर चुकी हैं, लेकिन जब सामने वाले की तरफ से रिस्पॉन्स ठंडा हो, तो यह संकेत होता है कि उसे दिलचस्पी नहीं है। कोलकाता की सॉफ़्टवेयर इंजीनियर राइमा (26) का कहना है, "अगर आपके फ्लर्टी टेक्स्ट का जवाब सिर्फ 'हाहा' है, तो समझ जाइए कि यह बातचीत आगे नहीं बढ़ने वाली।"
इंट्रेस्ट और ज़िद के बीच की महीन रेखा
डेटिंग में इंट्रेस्ट दिखाना बहुत अच्छी बात है, लेकिन यह ज़रूरी है कि इसे इंसिस्टेंस में न बदला जाए। 2 में से 6 महिलाओं ने स्वीकार किया कि कभी-कभी लोग यह समझ ही नहीं पाते कि बार-बार टेक्स्ट करना, जोश नहीं बल्कि दम घोंटने वाला अनुभव बन सकता है। 31 साल की अद्रिजा का कहना है, "पहले मैं भी यह गलती कर चुकी हूं, लेकिन अब समझ आ गया है कि अगर कोई जवाब नहीं दे रहा, तो इसका मतलब यही है कि वह दिलचस्पी नहीं रखता, न कि उसे दिन में 10 बार याद दिलाने की ज़रूरत है कि मैं मौजूद हूं।"
आखिर में सवाल यही उठता है क्या हम रिश्तों में पारस्परिकता (mutual interest) को समझ पा रहे हैं, या फिर इसे सिर्फ अपने नज़रिए से देख रहे हैं? डेटिंग सिर्फ प्रयास का खेल नहीं, बल्कि इसे सही दिशा में ले जाने की समझ भी उतनी ही ज़रूरी है।