Effects Of Parents Caring In The Form Of Bullying On Their Children: हम अक्सर यह देखते हैं की माँ बाप अपने बच्चों को छोटी उम्र से ही ताने मारने लगते हैं, उनकी बाकी बच्चों से तुलना करने लगते हैं, उन बच्चों को बहुत कुछ बोल देते हैं बिना सोचे की उनपर उसका क्या असर पड़ेगा और इनसब के बाद वो आपको यह कह कर मानाने आते हैं की वो बस आपसे प्यार करते हैं और आपके भले के लिए यह सब कहते हैं। ये व्यवहार सिर्फ छोटे बच्चों के साथ ही नहीं बल्कि टीनएजर्स और एडल्ट्स के साथ भी होता है कईं बार। कोई इंसान यदि मोटा या बहुत पतला है, तो उसे अपने घर पर भी कईं बार बॉडी शेम कर दिया जाता है और वो भी इस इंटेंशन से की वो इसके लिए कुछ करें। प्यार और ध्यान रखने का यह तरीका क्या सही है ?
Care के रूप में Bully करने का बच्चों पर कैसा असर पड़ता है?
आजकल के पेरेंट्स अपने बच्चों के साथ डील करने के बहुत नए नए तरीकें सीखते हैं ताकि जो बचपन में उनके साथ हुआ था और जो असर उनपर पड़ा वो उनके बच्चों को ना सहना पड़े। माँ बाप के प्यार और बुली करने में एक बहुत पतली लकीर होती है, जिसे कब लांघ दिया जाता है वह खुद भी नहीं समझ पाते। माँ बाप गुस्से में कईं बारे बहुत कुछ बोल जाते हैं अपने बच्चों को, जो उनके दिमाग में इस कदर रह जाता है की उनके आगे के जीवन में भी असर पड़ता है।
यह देख भाल और केयर करने के रूप में जो माँ बाप अनजाने में अपने ही बच्चों को बुली कर देते हैं, उससे कईं बार एब्यूज के पैटर्न बन जाते हैं और उनके लिए एक तरह का चाइल्डहुड ट्रॉमा भी बना देते हैं जिससे उन्हें जीवन भर डील करना पड़ता है।
कहते हैं माँ बाप के डिसिशन गलत हो सकते हैं लेकिन उनके इंटेंशन कभी गलत नहीं होते। शायद हमारे माँ बाप को भी इनसब का सही ज्ञान किसी ने नहीं दिया और शायद उनके माँ बाप ने भी उन्हें ऐसे ही पाला होगा, लेकिन यह गेनेरशनल ट्रॉमा रोकना अब हमारे हाथ में हैं और बहुत ज़रूरी है की हम इसे अच्छे से इस्तेमाल करें।