Need Of Care For Women Mental Health Throughout Her Stages Of Life: एक औरत अपने लाइफ में कईं सारे फेसेस से गुज़रती है जो कभी कभी उनके लिए बहुत ही लाइफ चेंजिंग हो जाता है। उनके गुजरने वाले हर दिन से अलग और बदला हुआ हो जाता है और फिर कभी वापिस वैसा नहीं हो पाता। जीवन के इन पड़ावों के लिए कोई भी प्रेपैर नहीं होता और ना ही कोई तैयारी करके आता है। लाइफ सिर्फ हमें समय के साथ अलग अलग स्टेज देता है जिसे हमें स्वीकार करना परता है। महिलाओं के लिए ये स्टेजेस काफी मुश्किल हो जाते हैं शारीरक तरीकों से भी और बहुत ज़्यादा मानसिक तरीकों से भी।
क्यों महिलाओं को अपने Life Stages में मेन्टल हेल्थ को सही रखना चाहिए?
टीनएज
एक लड़की का जब टीनएज शुरू होता है तो कईं बार वो उसके लिए तैयार नहीं होती। शरीर में होने वाले चैंजेस उसके लिए कभी कभी डरवाना हो जाता है। भारत में कईं ऐसे केसेस सामने आए हैं जहाँ पहली बार पीरियड्स होने वाली बच्ची ने खुदखुशी करली अपने ब्लड को देख कर। इनसब परिस्तिथिओं को भले ही एजुकेशन और अवेयरनेस ने बदला जा सकता है लेकिन उनके मेन्टल हेल्थ को प्रोटेक्ट करना भी बहुत ज़रूरी होता है ऐसे समय में।
शादी
शादी करके जब एक महिला अपने पति के घर जाती है, तो वहां उसको बेशक अपने घर वालों की याद आती है। वो अकेला महसूस करने लगती है और अगर परिवार कोआपरेटिव ना हो तो वो परेशान और दुखी भी हो जाती है। ऐसे में अगर उसका मेन्टल हेल्थ ना सही रहा तो वो डिप्रेस्ड भी हो सकती है।
प्रेगनेंसी
प्रेगनेंसी से बड़ा कोई चेंज, एक महिला शायद ही अपने जीवन में देखती है। एक नन्ही सी जान को 9 महीने अपने अंदर रखना और वहीं से उसका पालन पोषण करना, एक बहुत ही बड़ा बदलाव होता है लाइफस्टाइल में। ऐसे समय में महिलाओं के शारीरक और मानसिक स्वस्थ पर भी असर पड़ता है और उसका ध्यान रखना अनिवार्य है।
पोस्टपार्टम
पोस्टपार्टम एक महिला के लिए सबसे ज़्यादा मुस्किल होता है। ये समय महिला के लिए बहुत ही क्रुशल होता है और नाज़ुक भी। इस समय में उन्हें और उनके आस पास के लोगों का उनका सबसे ज़्यादा ध्यान रखना चाहिए।