Uncovering the Truth About Societal Marriage Expectations: हमारे समाज में शादी को लेकर बहुत ज्यादा ऑब्सेशन है। एक उम्र के बाद आपके ऊपर शादी का दबाव बनने लग जाता है। जिंदगी में आप कुछ भी हासिल कर लें लेकिन असली सफलता आपकी शादीशुदा जिंदगी को ही माना जाता है। मुख्य रूप से महिलाओं के ऊपर शादी का दबाव बनाया जाता है। ऐसा समझा जाता है कि अच्छे घरों की लड़कियां की शादी समय पर हो जानी चाहिए। अगर कोई लड़की शादी नहीं करना चाहती है या फिर उसकी किसी वजह से शादी नहीं हो रही है तो उसके चरित्र पर सवाल उठाए जाते हैं। शादी की इस डेडलाइन के कारण बहुत सारे लोग तनाव से गुजरते हैं। आज हम जानेंगे कि क्यों शादी की सब बात करते हैं लेकिन सच्चाई क्यों नहीं बताते हैं।
शादी के लिए समाज बनाता है दबाव लेकिन असल सच्चाई कोई नहीं बताता
शादी की सलाह देने वाले आपको बहुत सारे मिल जाएंगे लेकिन सच्चाई कोई नहीं बताएगा। शादी करना ही काफी नहीं होता है। इसमें बहुत सारी चीजें शामिल होती हैं जिसके बारे में कोई खुलकर बात ही नहीं करता है। बहुत सारे लोगों की सेक्स लाइफ शादी के बाद शुरू होती है। इसके बाद शादी के बाद नए लोगों के साथ मिलना-जुलना होता है। खासकर अगर हम महिलाओं की बात करें तो उन्हें अपना घर छोड़कर जाना पड़ता है। उनके लिए हर चीज नई होती है। नए माहौल में एडजस्ट करने के बारे में कोई बात नहीं करता है। हर व्यक्ति की अपेक्षाएं नई बहू की तरफ होती हैं लेकिन उसे सपोर्ट बहुत कम लोग करते हैं और शायद कुछ महिलाओं को तो यह भी नहीं मिलता है।
हर कोई बहू से अपेक्षा करता है कि वह सबके साथ बात करे और नए माहौल में घुलमिल कर रहे। लेकिन उसे गाइड कोई नहीं करता है बल्कि परिवार के सदस्य उसके बारे में राय बनाने लग जाते हैं और उसकी पीठ के पीछे बातें करते हैं। उसे अपने परिवार का हिस्सा भी नहीं बनाते हैं। जब आपकी शुरुआत गलत होती है तो रिश्तो में खट्टास आनी शुरू हो जाती है। बहू के मन में भी आपके लिए गलतफहमियां आने लग जाती हैं।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या हमारा फर्ज सिर्फ महिलाओं को शादी के लिए दबाव बनाना है या उससे आगे भी है। अगर आप यह चाहते हैं कि महिला अपने जीवन में शादी करे तो आप उसे यह भी बताएं की शादी के बाद कैसे एडजस्ट करना है। नए लोगों के साथ कैसे घुलना-मिलना है या फिर शादी के बाद कैसे खुद की सेल्फ रिस्पेक्ट को भी बनाएं रखना है। ऐसे ही लडकों को भी नहीं बताया जाता है की शादी के बाद कैसे जिम्मेदारियां परिवार और पत्नी के बीच में बंट जाती हैं और उसके बीच में कैसे बैलेंस बनाए रखना है। इसके कारण बहुत सारे लोग शादी में एडजस्ट ही नहीं कर पाते हैं और उनके लिए शादी एक बोझ बन जाती है।