Why Do Women Get Blamed For Everything Wrong In A Marriage: क्यों जब भी कोई शादी ख़राब हो जाती है या हो रही होती है तो सबसे पहला इलज़ाम औरत पर जाता है। कितने ही बुरे ताने, बातें और क्या कुछ नहीं महिलाओं को सुनना पड़ता है हर जगह और सारे समाज और रिश्तेदारों से। महिलाओं को हर जगह कॉम्प्रोमाइज करने को कहां जाता है और उनसे अनरियालिस्टिक एक्सपेक्टेशन भी रखें जातें हैं कि वो घर को हमेशा जोड़ कर रखें रहें और यदि ऐसा ना हो उसे तानें कस दिए जाते हैं। क्यों किसी और के गलती को भी घर की महिलाओं पर डाल दिया जाता है बिना उसके तह तक गए हुए। सबके लिए बड़ा ही आसान होता है यह कहना की जरूर लड़की में ही कोई कमी होगी, झगड़ालू होगी, समझती नही होगी और भी क्या नही। यह सारे चीजों को बदलना कितना ही जरूरी हो चुका है हमारे समाज में।
क्यों महिलाओं को ही हर बात पर Blame किया जाता है किसी भी शादी में
आज कल की लड़कियों को अपने अधिकारों के बारे में पता है और अपने लिए आवाज़ उठाना जानती है तो समाज बहुत आसानी से उन्हे मुंहफट और बदतमीज कह देता है। अगर लड़की पति से परेशान होके उसे छोड़ दे तो उसे सहने को कहा जाता है, क्योंकि वो तो पत्नी है, इतना एडजस्ट करने को तो उनके लिए अनिवार्य ही होता है वरना घर शांति से नही चलता।
सारे बलिदान, एडजस्टमेंट और बातें सहना औरतों को करने होते हैं और जैसे ही कुछ गलत हो जाए तो इल्ज़ाम भी उसी औरत के सिर आ जाता है। इतना असामन्या व्यवहार के बावजूद भी उन्हें हर चीज़ खुशी खुशी सहने को कहा जाता है।
ताली एक हाथ से कभी नही बजती तो फिर किसी रिश्ते को संभालना सिर्फ लड़की से एक्सपेक्ट क्यों किया जाता है? जब तक हम अपने लड़कों को दायित्व लेना नही सिखाएंगे और अपनी लड़कियों को खुदके लिए स्टैंड लेना नही सिखाएंगे तब तक समाज की यह बुरी आदत कभी नही बदलेगी और ना ही अपने समाज की सोच। बदलाव का समय अब आ चुका है और इसे जल्द से जल्द अपनाना ही आवश्यक है।