Why Does A Female Has To Pretend In Front Of The Male's Family For Marriage?: "लड़के वाले तुम्हे देखने आ रहे हैं ठीक तरह से पेश आना!", "लड़के का पूरा परिवार आ रहा है कुछ गलत मत बोल देना कुछ ऊंच-नीच ना हो जाएI" यह ताना हमेशा से ही एक लड़की को सुनने पड़ते हैं जब उसकी शादी के लिए लड़की का परिवार आता है उसे देखने के लिए या फिर यूं कहें लड़की को जांच-परखने के लिएI लड़की से वह कराया जाता है जो शायद वह करने के लिए इच्छुक ही ना हो ताकि उसकी शादी हो जाए लेकिन किस आधार पर? हमारे पितृसत्ता समाज में शादी के बंधन में लड़का, लड़की दोनों बंधेंगे लेकिन इम्तिहान केवल एक लड़की को ही क्यों देना पड़ता है?
लड़का-लड़की में भेदा-भेद क्यों?
जब लड़के वाले लड़की को देखने आते हैं लड़के से केवल दो प्रश्न पूछे जाते हैं कि "वह कितना कमाता है और क्या वह लड़की को खुश रख पाएगा?" लेकिन लड़की से कई तरह के प्रश्न पूछे जाते हैंI सबसे बड़ी बात लड़की से केवल लड़के को खुश रखने की आशा नहीं की जाती बल्कि उसके पूरे परिवार को खुश रखने की आशा की जाती हैI क्या लड़की का कोई हक नहीं बनता अपने जीवन साथी चुनने का क्या लड़का अगर केवल अच्छा कमाता हो और उसकी कोई बुरी आदत ना हो, यही दोनों कारण काफी है एक लड़की को पूरे जीवन खुश रखने के लिए?
एक स्वीकृति के लिए लड़की को क्या-क्या करना पड़ता है?
"एक बार शादी हो जाए तो बाद में जो चाहे कर लेना!" सुनने में बहुत सरल लगता है लेकिन सहने में नहींI सच तो यह है कि कहीं ना कहीं हमें एक जिम्मेदारी समझते हैं जो वह किसी तरह चुकता करना चाहते हैं और शादी के बाद हम किसी और की जिम्मेदारी हो जाते हैं और इस जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए उन्हें लड़के वालों के सामने दिखावा ही क्यों न करना पड़े? आखिर दिखावे से हमारा क्या तात्पर्य है?
1. यदि खाना बनाना ना आए लेकिन फिर भी यह कहो कि परोसा गया खाना तुमने बनाया हैI
2. असलियत में तुम जैसे भी कपड़े पहनो, लड़के वालों के सामने भारतीय नारी की तरह सज-सँवरकर पेश होना हैI
3. ठीक से आराम से चलना, अच्छे से बैठना और सिर झुकाकर बात करनाI
4. मन में जो भी सवाल आए लेकिन ऐसी कोई बात मत करना जिस लड़के वाले बुरा मानेI
5. उनके सभी सवालों के जवाब 'हां' में देनाI
6. यह खाने की ट्रे उनके सामने ठीक से ले जानाI
7. लड़के को ज्यादा इज्जत देनाI
8. थोड़े कम सवाल पूछनाI
अब प्रश्न यह है कि क्या लड़के को इन सब बातों की ट्रेनिंग दी जाती है अपनी मनपसंद लड़की को चुनने से पहले?
क्यों करना पड़ता है लड़कियों को यह दिखावा?
"शादी हो जाए तो बाद में देखा जाएगाI" यही तो बात है कि शादी तक इंसान केवल ढोंग करता रहता है क्योंकि एक बार शादी के बंधन में बंध गए तो लड़कियां पराया धन हो जाती हैंI क्या लड़की की शादी कराना इतना ही आवश्यक है? खैर, वह किसी और दिन के लिएI यदि खाना बनाना ना भी आए तो भी दिखाओ कि तुम खाना बनाना जानती होI चाहे तुम बाहर कितना भी शॉर्ट्स या जींस पहनो, लड़केवालों के सामने पहनना तुम्हें सलवार और साड़ी ही हैI नज़रे झुका के कम बात करो, ज्यादा सवाल मत पूछोI यह सब केवल लड़के वालों को खुश करने के लिए? जैसे वह अगर हमसे शादी कर लें तो हमारा जीवन धन्य हो जाएगाI क्या लड़कियों की स्थिति इतनी ही दयनीय है? यह सच है कि लड़की का कर्तव्य भले ही अपने ससुराल के प्रति हो लेकिन उसे अपना पूरा जीवन अपने जीवन साथी के साथ बिताना है इसलिए दोनों को एक दूसरे को पररखने का, जानने का समान अवसर प्राप्त होना चाहिएI इसलिए जिनके साथ हम पूरा जीवन बिताएंगे उनके सामने वह बनना जो हम है ही नहीं न केवल हमारे लिए बल्कि उनके लिए भी अनुचित है और यदि कोई हमारे वास्तविक रूप को ही ना अपना पाए वह हमें शादी के बाद कैसे अपनाएंगे? एक सफल और इज्जतदार लड़की को सर झुका के नहीं, उठा कर बात करनी चाहिए और इंसान, संस्कारी सलवार या साड़ी पहनने से नहीं मन से होते हैंI इसलिए जरूरी है कि लड़का और उसका परिवार हमारे मन को जानेंI लड़की को भी प्रश्न पूछने का समान अधिकार मिलना चाहिए और जो लोग उसके वास्तविकता को ही ना अपना पाए वैसे लोगों के लिए हम क्यों अपना अस्तित्व गवाएं?