Why Has Extra Marital Affair Become Normal In India: एक्सट्रा मेरिटल रिलेशनशिप को सदियों से बुरा माना गया है और ऐसा करना भारतीय समाज में अत्यंत अनैतिक और नापसंद किया जाता है। लेकिन अब समय के साथ चीजें बदल रही हैं। ज्यादातर भारतीय अब एक्सट्रा मेरिटल रिलेशनशिप को स्वीकार कर रहे हैं। एक्सट्रा मेरिटल अफेयर्स अब नॉर्मल सा बन गया है। भारत में एक्सट्रा मेरिटल डेटिंग की चर्चा करते समय, शादी और तलाक कानूनों का जरूर ध्यान रखना चाहिए। आजकल, भारत में शादी को एक कमिटमेंट के रूप में नहीं देखा जाता है। अगर कोई कपल अपने विवाह से खुश नहीं हैं तो उनके लिए तलाक (Divorce) लेना कोई ज्यादा असामान्य बात नहीं है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जिन्हें जानना आपके लिए भी जरूरी है, आइए जानें।
क्यों भारत में हो गया है एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर नॉर्मल
44% भारत के लोग हैं एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के पक्ष में (44% People Of India Are In Favor Of Extra Marital Affairs)
ग्लीडेन और आईपीएसओएस (Gleeden And IPSOS) ने मिलकर एक सर्वे किया, जिसमें 12 टियर 1 और टियर 2 शहरों के 1503 शादीशुदा भारतीयों के बीच 25 से 50 वर्षीयों के बीच किया गया। सर्वे के अनुसार, 44% लोग सोचते हैं कि एक समय में दो लोगों के साथ प्यार में रहना संभव है। साथ ही, 82% लोगों का मानना है कि एक संगी साथी के साथ ईमानदारी से जीना संभव है। इस सर्वे में एक और रोचक बात भी आई, 55% लोग अपने जीवनसाथी (Life Partner) के अलावा किसी और के साथ संबंध रखना चाहते हैं। वहीं, 37% लोगों का मानना है कि रिलेशनशिप में होते हुए भी दूसरे के साथ चैट करने में कोई बुराई नहीं है।
अटेंशन के लिए (For Attention)
ग्लीडेन और आईपीएसओएस (Gleeden And IPSOS) ने संयुक्त रूप से बताया है कि भारत में 12 किसी रिश्ते में पार्टनर्स की मेंटल हेल्थ और वेल-बीइंग के लिए कम्पेनियनशिप, इमोशनल सपोर्ट और फिजिकल इंटीमेसी के जरूरी होते हैं। ऐसे माहौल में, जब कोई अपने आप को इगनोर्ड महसूस करता है या पार्टनर उसके ऊपर ज्यादा ध्यान नहीं देता है, तो साथ रहना और एक-दूसरे का सामना करना मुश्किल हो सकता है। सर्वे के अनुसार, 33 प्रतिशत लोग अपने रिलेशनशिप में अपने आप को इगनोर्ड (Ignored) महसूस करते हैं।
जैसे को तैसा (Tit For Tat)
लाइफ में, अपने साथी के साथ धोखे का अहसास होना सामान्य है और ऐसे समय पर बदलाव की भावना होना आम बात है। रिसर्च के अनुसार, 23 प्रतिशत लोग बदलाव को स्वीकार करते हैं और अपने साथी को सेटिस्फाई करने के लिए एक्स्ट्रा रिलेशन का सपोर्ट करते हैं।
यौन संतुष्टि की कमी (Lack Of Sexual Satisfaction)
रिसर्च के अनुसार, 32 प्रतिशत लोग अपने साथी के साथ यौन संतुष्टि की कमी का अनुभव कर रहे हैं और इसके कारण वे अपने पार्टनर पर धोखा देने की सोच सकते हैं। इमोशनल और फिजिकल दोनों तरह की एक्टिविटी की कमी एक स्थिर रिश्ते के लिए मुख्य बाधा होती है।
रोमांच और आनंद (Thrill and Joy)
एक्स्ट्रा मेरिटल डेटिंग एक चैलेंजिंग प्रोसेस हो सकती है। इसमें अक्सर इमोशनल और व्यवहारिक मुश्किलें होती हैं। लेकिन कभी-कभी, अपने संबंधों के बाहर किसी अन्य की खोज भी नए रोमांस की तलाश में रुचि पैदा कर सकती है। सर्वे के अनुसार, 32 प्रतिशत लोग किसी नए व्यक्ति से मिलकर उन्हें रोमांच और आनंद को एक्सपीरियंस करने की इच्छा रखते हैं और वे इसे करने के लिए एक्साइटेड होते हैं।
मैं बेस्ट हूं (I Am The Best)
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के समय लोग मानते हैं कि ये न केवल फिजिकली अपनी जरूरतों को पूरा करने के बारे में होता है बल्कि ये इसलिए भी होता है क्योंकि वे अपने पार्टनर को दिखाना चाहते हैं कि वे अब भी उतने ही अट्रैक्टिव हैं। किसी समाज की परवाह किए बिना ही रिसर्च के अनुसार 31 प्रतिशत लोग इसे डिजायरेबल मानते हैं।